मई, 25 2024
राजकोट की TRP गेमिंग ज़ोन में आग ने मचाया कहर
शनिवार की दोपहर राजकोट, गुजरात के TRP गेमिंग ज़ोन में अचानक एक भयानक आग भड़क गई, जिसने चारों ओर कोहराम मचा दिया। इस आग की चपेट में आकर कम से कम 25 लोगों की जान चली गई, जिनमें मासूम बच्चे भी शामिल थे। अग्निकांड के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन अधिकारियों ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने SIT जांच के आदेश दिए
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आग लगने की इस दुखद घटना को गंभीरता से लिया है और एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित करने का आदेश दिया है, जो इस घटना की तह तक जाएगी। उन्होंने घोषणा की है कि मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हज़ार रुपये की मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। इस घोषणा से प्रभावित परिवारों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
मालिक, प्रशासक और प्रबंधक को लिया हिरासत में
राजकोट पुलिस के आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि TRP गेमिंग ज़ोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। साथ ही सभी प्रशासक और प्रबंधक को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी से कड़ी पूछताछ की जा रही है ताकि इस घटना के पीछे का सच सामने आ सके। इसका उद्देश्य भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकना है।
राहत और बचाव कार्य जारी
इस भीषण आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन बचाव कार्य अभी भी जारी है। अग्निशमन दल और स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल पर तुरंत पहुँचकर राहत कार्य शुरू कर दिया था। आग को बुझाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी और सभी प्रभावितों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। घटना स्थल पर खड़े कुछ चश्मदीदों ने बताया कि आग बहुत तेजी से फैली और किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
राजनीतिक नेताओं ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की और उनके परिवारों को संबल प्रदान करने की बात कही। उनकी संवेदनाएं निश्चित रूप से प्रभावित परिवारों को थोड़ी बहुत सांत्वना प्रदान करेंगी।
पिछली घटनाओं पर भी जांच की आवश्यकता
हाल ही में महाराष्ट्र के डोंबिवली में एक बॉयलर विस्फोट के बाद आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। जांच के दौरान सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघनों को ध्यान में रखा जाना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटनाएं फिर से न हों।
समाज में सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत को देखते हुए, राजकोट की इस घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। उम्मीद की जाती है कि राज्य सरकार और प्रशासन जल्द ही दोषियों को सजा देंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाएंगे। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि प्रशासन को और सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संभावना के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।