जून, 24 2024
कल्लकुरिची में जहरीली शराब का कहर
तमिलनाडु के कल्लकुरिची जिले में जहरीली अवैध शराब से मरने वालों की संख्या अब 56 तक पहुंच गई है, जिससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों और प्रशासन को, बल्कि पूरे राज्य और देश को हिला कर रख दिया है। जहरीली शराब पीने से 117 लोग अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है।
शराब में मिलावटः मौत का कारण
इस बार उपयोग की गई शराब, जो स्थानीय रूप से 'अर्क' के नाम से जानी जाती है, उसमें मिथेनॉल मिलाया गया था। मिथेनॉल मिलाने का मुख्य उद्देश्य शराब की तासीर को बढ़ाना था, मगर इसने शराब को बेहद खतरनाक और जानलेवा बना दिया। मिथेनॉल के सेवन से न केवल लोगों की आंखों की रोशनी खत्म हो गई, बल्कि उनके लीवर को भी गंभीर नुकसान पहुंचा।
स्थानीय प्रशासन का कहना
जिला पुलिस अधिकारी रजत चतुर्वेदी ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि इस हादसे में मारे गए और प्रभावित लोग अधिकांशत: गरीब मजदूर थे, जो रोज़ की दिहाड़ी कमाने के लिए शराब का सेवन करते थे। ये मजदूर अक्सर 60 रुपये (करीब 0.70 अमेरिकी डॉलर) में प्लास्टिक की थैली में शराब खरीदते थे और काम पर जाने से पहले पी लेते थे।
त्रासदी से उपजा जनाक्रोश और राजनीतिक तूफान
इस घटना के बाद स्थानीय विपक्षी नेताओं ने तुरंत प्रतिक्रियाएं दीं और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। विपक्षी नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अवैध शराब के खिलाफ एहतियाती कदम नहीं उठाए। वहीं, सत्ताधारी दल ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी उदासीनता के कारण ही यह हालात पैदा हुए हैं।
पहले भी हुए ऐसे हादसे
यह पहली बार नहीं है कि भारत में अवैध शराब के कारण इतने बड़े पैमाने पर जनहानि हुई है। कुछ साल पहले बिहार और गुजरात में भी ऐसे ही घटनाएं हुई थी, जहां बिहार में 27 और गुजरात में 42 लोगों की मौत हुई थी। ये घटनाएं इस बात का सबूत हैं कि सस्ती और अवैध शराब का सेवन कितना जानलेवा हो सकता है।
समस्या का समाधान और सरकार का रुख
सरकार ने इस संकट को गंभीरता से लेते हुए अवैध शराब के खिलाफ कठोर कदम उठाने का संकल्प लिया है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि इन उपायों का प्रभाव कितना होता है और कितनी जल्दी इनकी सफलता देखी जा सकती है। इसी के साथ, समस्या का स्थाई समाधान केवल प्रशासनिक कदमों से नहीं बल्कि जनजागरण और लोगों के स्वास्थ के प्रति सचेतन होकर ही हो सकती है।