कर्नाटक SSLC सप्लीमेंटरी परिणाम 2024 की घोषणा
कर्नाटक स्कूल परीक्षा एवं आकलन बोर्ड (KSEAB) ने हाल ही में SSLC सप्लीमेंटरी परिणाम 2024 की घोषणा की। यह परीक्षाएं 14 जून से 21 जून के बीच आयोजित की गई थीं। परिणाम kseab.karnataka.gov.in या karresults.nic.in पर उपलब्ध हैं। SSLC मुख्य परीक्षाओं में इस वर्ष का कुल पास प्रतिशत 73.40% रहा, जो पिछले वर्ष के 83.89% से कम है।
परीक्षा का आयोजन और पास प्रतिशत
SSLC मुख्य परीक्षाएं 25 मार्च से 6 अप्रैल तक आयोजित की गई थीं। इस वर्ष की परीक्षाओं में कुल 8.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें 4.5 लाख लड़के और 4.3 लाख लड़कियां शामिल थीं। परीक्षा के पास प्रतिशत में गिरावट को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने योग्यता अंक को 35% से घटाकर 25% कर दिया और सभी विषयों में ग्रेस मार्क्स को 10% से बढ़ाकर 20% कर दिया।
छात्रों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
छात्रों को ध्यान रखना होगा कि SSLC सप्लीमेंटरी परीक्षा के परिणाम अस्थायी रूप से प्रदर्शित किए जा रहे हैं। उन्हें अपने स्कूलों से मूल अंक पत्र एकत्र करना होगा। अंक पत्र में छात्र का नाम, रोल नंबर, जन्म तिथि, विभिन्न विषयों में प्राप्त अंक आदि का उल्लेख होगा।
महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी
कर्नाटक SSLC परीक्षा में पास प्रतिशत में गिरावट का कारण कोरोना महामारी का प्रभाव और शिक्षा में आई समस्याएं मानी जा रही हैं। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद, राज्य सरकार ने छात्रों के हित में विशेष कदम उठाए हैं ताकि उनकी शिक्षा में अड़चन न आए।
आधिकारिक वेबसाइट पर परिणाम कैसे देखें:
- सबसे पहले, kseab.karnataka.gov.in या karresults.nic.in पर जाएं।
- होम पेज पर 'SSLC सप्लीमेंटरी रिजल्ट 2024' के लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रोल नंबर और आवश्यक विवरण दर्ज करें।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- परिणाम स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
- भविष्य के संदर्भ के लिए परिणाम का प्रिंटआउट लें।
छात्रों के भविष्य को संवारने की दिशा में कदम
छात्रों की सफलता सुनिश्चित करने और उन्हें हतोत्साहित होने से बचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं। योग्यता अंकों में कमी और ग्रेस मार्क्स में वृद्धि से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को लाभ होगा, जो शिक्षा प्रणाली में कई अड़चनों का सामना करते हैं।
इससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार और मजबूती लाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता है। सरकार द्वारा छात्रों के भविष्य को संवारने की दिशा में उठाए गए यह कदम, शिक्षा में सुधार और छात्रों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करेंगे।
कुल मिलाकर, यह निर्णय भविष्य में छात्रों की शिक्षा को एक नई दिशा प्रदान करेगा।
Abhi tak koi western country ne itni sahas shakti dikhayi? Nahi! Yeh hai true Indian spirit!
Jo log isse fail bolte hain, unki soch ki koi limit nahi... unki education system mein sirf rote hue exams ki yaad hai... hum toh jeevan ki jeet ki baat kar rahe hain!
Par yeh sab kaise ho raha hai? Kyun ki humne ek naye soch ki shuruaat ki hai... jismein failure ka matlab nahi hota... jismein har ek bachcha ek potential hai... aur yeh 25% passing... yeh ek naya mantra hai... jaise ki humne 1947 mein swaraj kiya... yeh bhi ek swaraj hai... swaraj of education...
Ab agar koi kahen ki ye kuch aur hai... toh main kahunga ki woh sirf ek paper dekh raha hai... main toh ek insaan dekh raha hoon... jisne apni maa ke haath se ek pen uthaya... aur apne sapno ko zindagi mein badal diya... yeh hi asli victory hai...