जुल॰, 4 2024
लाल कृष्ण आडवाणी की स्वास्थ्य स्थिति
भारतीय राजनीतिक जगत के एक प्रमुख चेहरा और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बनी हुई है। 96 वर्ष के आडवाणी को 3 जुलाई, 2024 को नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर विनीत सूरी और उनकी टीम की देखरेख में उनका उपचार चल रहा है। उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
यह भर्ती इसलिए हुई क्योंकि आडवाणी को कुछ दिनों पहले ही एम्स से छुट्टी दी गई थी, जहाँ वे वृद्धावस्था संबंधित समस्याओं के चलते रात भर रखे गए थे। एम्स में डॉक्टरों की टीम ने उनका विभिन्न विभागों जैसे यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, और जेरिआट्रिक मेडिसिन में मूल्यांकन किया था। इस मूल्यांकन के उपरांत उन्हें अपोलो अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहाँ वे विशेष निगरानी में हैं।
लाल कृष्ण आडवाणी का राजनैतिक सफर
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवम्बर, 1927 को कराची (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। आडवाणी ने अपना राजनैतिक सफर आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के एक स्वयंसेवक के रूप में 1942 में शुरू किया था। 1970 में उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया और 1989 में उन्होंने नई दिल्ली से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा। यह चुनाव उनके जीवन में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के शासनकाल में, आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई। वे उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में कार्यरत रहे। इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में भी विभिन्न समयावधियों में नेतृत्व किया, जैसे 1986 से 1990, 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक। आडवाणी पार्टी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहे, जबसे बीजेपी की स्थापना 1980 में हुई थी।
राजनीतिक गतिविधियों से संयास
हाल के वर्षों में, आडवाणी ने अपने स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सक्रिय राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बना ली है। हाल ही में, उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 30 मार्च, 2024 को प्रदान किया था। इस सम्मान से भारतीय राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान को सराहा गया।
आडवाणी की मान्यता और योगदान
लाल कृष्ण आडवाणी का भारतीय राजनीति में व्यापक प्रभाव रहा है। उन्होंने पार्टी को मज़बूती प्रदान की और अपने समय में पार्टी को नए ऊँचाइयों पर पहुँचाया। भारतीय राजनीति के इस दिग्गज नेता की उम्र भले ही उन्हें मैदान से दूर रखी हो, लेकिन उनकी विचारधारा और योगदान हमेशा याद किए जाएंगे। उनके स्वास्थ्य में आई गिरावट के बाद भी, देशभर में उनके प्रशंसकों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। बहुत से समर्थक और पार्टी सदस्य उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं।
आडवाणी के जीवन की यात्रा प्रेरणादायक है। अपने दृढ़ संकल्प और निष्ठा के साथ, उन्होंने भारतीय राजनीति में अप्रतिम योगदान दिया है। वर्तमान में उनकी स्थिर स्वास्थ्य स्थिति एक राहत की खबर है और सभी उनके पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।