जुल॰, 11 2024
आईसीएआई ने मई 2024 के सीए फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम घोषित किए
भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) ने हाल ही में मई 2024 में आयोजित सीए फाइनल और इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम घोषित किए हैं। यह परिणाम देशभर में हजारों छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो भारतीय लेखा पेशे में अपना करियर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शीर्ष स्थाने हासिल करने वाले छात्र
दिल्ली के शिवम मिश्रा ने फाइनल परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है। उनका यह उपलब्धि उन्हें पूरे देश में प्रतिष्ठा दिलाती है और आईसीएआई में सर्वोत्तम छात्रों में गिने जाने का गर्व भी। कोलकाता के कुशाग्र रॉय ने इंटरमीडिएट परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है। दोनों छात्रों ने अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है।
फाइनल परीक्षा का परिणाम
फाइनल परीक्षा में कुल 10.15% पास प्रतिशत रहा। यह परीक्षा 1,04,097 उम्मीदवारों ने दी थी, जिसमें से 10,544 छात्र पास हुए हैं। इस परिणाम से यह स्पष्ट होता है कि फाइनल परीक्षा को पास करना कितना कठिन है और इसका महत्व क्या है।
इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम
इंटरमीडिएट परीक्षा में पास प्रतिशत 17.15% रहा। इस परीक्षा में 1,40,625 उम्मीदवार बैठे थे, जिनमें से 24,144 छात्र सफल रहे हैं। इस परीक्षा के परिणाम भी दर्शाते हैं कि इंटरमीडिएट स्तर पर ही छात्रों को कितनी मेहनत करनी पड़ती है।
खुशी और अनुशंसा का माहौल
आईसीएआई के परिणाम घोषित होने के बाद, सफल छात्रों और उनके परिवारों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। शिवम मिश्रा और कुशाग्र रॉय के नाम पूरे देश में चर्चा का विषय बने हैं। इन छात्रों ने यह दिखा दिया कि कठोर प्रयास और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
परिणाम और आगामी कदम
आईसीएआई के परीक्षाओं के परिणाम संस्थान की वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जहां उम्मीदवार अपने रोल नंबर का उपयोग करके अपना स्कोर देख सकते हैं। इन परिणामों के बाद, फाइनल परीक्षा पास करने वाले छात्रों को अब विभिन्न लेखा और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों में करियर के दारवाजे खुले मिलेंगे। जिन छात्रों ने इंटरमीडिएट परीक्षा पास की है, वे अपने फाइनल परीक्षा की तैयारी में जुट जाएंगे।
आगामी चुनौतियाँ
आईसीएआई के छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, लेकिन आगे की चुनौतियाँ भी उन्हें तैयार करनी होंगी। सीए फाइनल परीक्षा पास करने के बाद छात्रों को आर्टिकलशिप और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग जैसे कई अन्य चरणों से गुजरना होगा। जो छात्र इंटरमीडिएट परीक्षा में सफल हुए हैं, उनके लिए फाइनल परीक्षा का कठिन चरण अभी बाकी है।
सपनों को साकार करने की दिशा में कदम
आईसीएआई के ये परीक्षाएं छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिवम मिश्रा और कुशाग्र रॉय की सफलता अनेक छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। यह सफलता छात्रों को यह याद दिलाती है कि कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता अगर उसके लिए ठोस और सही प्रकार से मेहनत की जाए।