यूनियन बैंक ने 107वीं स्थापना दिवस पर लॉन्च किया यूनियन ईबिज़ ऐप और 51 नए शाखाएं

यूनियन बैंक ने 107वीं स्थापना दिवस पर लॉन्च किया यूनियन ईबिज़ ऐप और 51 नए शाखाएं

दिस॰, 6 2025

11 नवंबर, 2025 को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपना 107वां स्थापना दिवस मनाया। यह सिर्फ एक बैंक का जश्न नहीं था — यह भारत के आर्थिक इतिहास के एक प्रतीक का जश्न था। लगभग 9,000 लोग मौजूद रहे, जबकि 50,000 से अधिक कर्मचारी और ग्राहक देशभर के 140 क्षेत्रीय और 22 क्षेत्रीय कार्यालयों से ऑनलाइन जुड़े। इस दिन बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई डिजिटल दुनिया का दरवाजा खोला — और भारत के छोटे व्यवसायों को एक नया हथियार दिया।

107 साल की विरासत, एक नई दिशा

यूनियन बैंक की शुरुआत 1919 में हुई थी, और आज यह देश का सबसे विश्वसनीय सार्वजनिक क्षेत्र का बैंकों में से एक बन गया है। वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव M नागाराजू (आईएएस) ने इस अवसर पर कहा, '1919 में स्थापित यूनियन बैंक ने लाखों जीवनों को छूया है और देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान दिया है।' उन्होंने बैंक के एकीकरण के बाद की उत्कृष्ट प्रगति की भी तारीफ की। लेकिन यहां एक बात अलग है — यह बैंक अब सिर्फ बचत और ऋण नहीं देता, वह डिजिटल अर्थव्यवस्था का निर्माण कर रहा है।

यूनियन ईबिज़: छोटे व्यवसायों के लिए एक तोप

इस दिन की सबसे बड़ी घोषणा थी — यूनियन ईबिज़। यह एक मोबाइल ऐप है जो एमएसएमई और व्यापारी ग्राहकों के लिए बनाया गया है। 20+ जर्नी और 300+ सुविधाओं के साथ, यह ऐप अब बिजनेस बैंकिंग को एकदम नया रूप दे रहा है। क्या आपको अपने व्यापार में कर्मचारियों को अलग-अलग एक्सेस राइट्स देने हैं? यूनियन ईबिज़ कर सकता है। क्या आपको दर्जनों बिलों को एक साथ भुगतान करना है? वह भी कर सकता है। यह ऐप बस एक टूल नहीं है — यह एक साथी है। और यह अभी से उपलब्ध है।

यूनियन ईज़: रिटेल ग्राहकों के लिए आने वाला बड़ा बदलाव

जबकि यूनियन ईबिज़ व्यापारियों के लिए तैयार है, तो यूनियन ईज़ रिटेल ग्राहकों के लिए आ रहा है। इसका लोगो इस दिन उजागर किया गया, लेकिन इसकी लॉन्च अभी बाकी है। यह ऐप आम ग्राहकों के लिए बैंकिंग को सरल, तेज और व्यक्तिगत बनाने का वादा करता है। यह ऐप अपने आप में एक छोटी सी क्रांति होगी — जहां आप बिना किसी लाइन के, बिना किसी फॉर्म के, अपने खाते का निरीक्षण कर सकेंगे। बैंक ने इसे 'ग्राहक-केंद्रित नवाचार' का नाम दिया है। और अब यह नाम बस एक नारा नहीं रहा।

51 नई शाखाएं, एक नई छवि

डिजिटल बैंकिंग के साथ-साथ, यूनियन बैंक ने अपनी भौतिक उपस्थिति को भी बढ़ाया। M नागाराजू ने वर्चुअली 51 नई शाखाएं और कार्यालय शुरू किए। इनमें ओंगोल क्षेत्र के पोडिली और चिलकापड़ू शामिल हैं। तेलंगाना के मंचेरियल में पांच नई शाखाएं और एक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) भी शुरू किए गए। यह केवल विस्तार नहीं है — यह एक संकल्प है। जहां गांवों में बैंकिंग की जरूरत है, वहां बैंक आएगा। यह अभी तक का सबसे बड़ा भौतिक विस्तार है।

राष्ट्र के लिए एक निःशुल्क दान

इस दिन का एक और प्रेरणादायक पहलू था — कर्मचारियों का राष्ट्रीय रक्षा कोष में योगदान। यूनियन बैंक के कर्मचारियों ने अपने वेतन से ₹21.68 करोड़ राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान किए। यह एक आंकड़ा नहीं, एक भावना है। यह बताता है कि यह बैंक केवल आर्थिक सेवाएं देने तक सीमित नहीं है — यह देश के साथ जुड़ा है।

मुंबई से लेकर हैदराबाद तक: एक देश एक जश्न

मुंबई का कार्यक्रम नहीं था अकेला। ओंगोल में बैंक के सभी कार्यालयों ने भव्य तरीके से जश्न मनाया। हैदराबाद के आरटीसी कल्याण मंडप में सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य और ग्राहकों के लिए इंटरैक्टिव एक्टिविटीज़ हुईं। यह एक देशव्यापी आंदोलन था। जहां भी यूनियन बैंक का नाम था, वहां उसकी छवि बढ़ी। एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर नितेश रंजन ने मुंबई के कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद दिया। और शाम को एक सांस्कृतिक प्रस्तुति ने बैंक की विरासत को गाया — जिसमें लोक गीत, नृत्य और बैंक के इतिहास के रंग दिखे।

आगे क्या है?

अब यूनियन ईज़ ऐप का लॉन्च बाकी है। यह लॉन्च अगले तीन महीनों में होने की उम्मीद है। इसके बाद बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक और चुनौती रखी है — ग्रामीण बैंकिंग को और अधिक सुलभ बनाना। राष्ट्रीय रक्षा कोष के योगदान की इस परंपरा को आगे बढ़ाने का भी फैसला किया गया है। और सबसे बड़ी बात — यह बैंक अब बस बैंक नहीं रहा। यह एक डिजिटल नेटवर्क है, एक सामाजिक संस्था है, और एक राष्ट्रीय पहल है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

यूनियन ईबिज़ ऐप किन लोगों के लिए है और यह कैसे काम करता है?

यूनियन ईबिज़ ऐप एमएसएमई, व्यापारी और छोटे उद्यमियों के लिए बनाया गया है। इसमें 300+ सुविधाएं शामिल हैं, जिनमें कर्मचारियों को एक्सेस राइट्स देना, बड़े पैमाने पर भुगतान, बिल सेटलमेंट और रिकॉर्ड ट्रैकिंग शामिल है। यह ऐप व्यापारी को बैंक में जाए बिना अपना पूरा बिजनेस मैनेज करने की सुविधा देता है।

यूनियन ईज़ ऐप कब लॉन्च होगा और इसका फायदा क्या होगा?

यूनियन ईज़ ऐप अभी लॉन्च नहीं हुआ है, लेकिन अगले तीन महीनों में रिटेल ग्राहकों के लिए उपलब्ध होने की उम्मीद है। इसका फायदा यह होगा कि आम ग्राहक अपने खाते की स्थिति, ट्रांसफर, बिल भुगतान और निवेश सभी एक ही ऐप से कर सकेंगे — बिना किसी लाइन या फॉर्म के।

यूनियन बैंक ने इस दिन 51 नई शाखाएं क्यों खोलीं?

इन नई शाखाओं का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को देश के दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचाना है। ओंगोल और मंचेरियल जैसे क्षेत्रों में बैंकिंग की जरूरत बहुत अधिक है। इन शाखाओं से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आर्थिक समावेशन बढ़ेगा।

कर्मचारियों ने ₹21.68 करोड़ क्यों दान किए?

यह दान राष्ट्रीय रक्षा कोष के लिए किया गया, जो भारतीय सुरक्षा बलों के लिए अतिरिक्त सुविधाओं और समर्थन के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक है — जहां बैंक के कर्मचारी अपने आर्थिक लाभ का एक हिस्सा देश के लिए दे रहे हैं।

यूनियन बैंक का वित्तीय प्रदर्शन कैसा है?

30 सितंबर, 2025 तक, यूनियन बैंक का वैश्विक व्यापार ₹22.10 लाख करोड़ था और यह 16 करोड़ ग्राहकों की सेवा कर रहा था। यह भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सबसे बड़ा बैंकों में से एक है, और इसकी वृद्धि लगातार तेज है।

यूनियन बैंक का भविष्य क्या है?

यूनियन बैंक का भविष्य डिजिटल और सामाजिक दोनों पहलुओं पर केंद्रित है। यह अपने ग्राहकों के लिए नए ऐप्स लॉन्च करेगा, ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाएं खोलेगा, और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए अपनी परंपराओं को बनाए रखेगा। यह बस एक बैंक नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय साझेदार बन रहा है।