Google ने मनाई 25वीं वर्षगाँठ: स्टैनफ़र्ड डॉर्म से विश्व तकनीकी दिग्गज तक

Google ने मनाई 25वीं वर्षगाँठ: स्टैनफ़र्ड डॉर्म से विश्व तकनीकी दिग्गज तक

सित॰, 27 2025

जुड़ाव की कहानी

1990 के मध्य में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने स्टैनफ़र्ड विश्वविद्यालय में एक-दूसरे से टकराव किया, लेकिन जल्द ही उन्होंने वेब को अधिक सुलभ बनाने का साझा लक्ष्य पाया। डॉर्म रूम की छोटी सी जगह से शुरू हुए उनके प्रोजेक्ट का पहला नाम Backrub था, जो पृष्ठों की महत्वता को मापने के लिए लिंक विश्लेषण पर आधारित था।

प्रोजेक्ट ने जल्दी ही ध्यान आकर्षित किया, और दोनों ने अपना कार्य एक किराए के गैरेज में ले जाने का फैसला किया। यह गैरेज मेनलो पार्क, कैलिफ़ोर्निया में स्थित थी, जिसका मालिक सुसान वॉजसिकी थीं—जो बाद में YouTube की CEO बनीं और Google की 16वीं कर्मचारी थीं।

गैरेज की चारदीवारी में ही Google की नींव पड़ी, जब एंडी बेक्टोलशहैम ने 100,000 डॉलर की शुरुआती फंडिंग दी। इस रकम ने उन्हें 27 सितंबर 1998 को आधिकारिक तौर पर कंपनी पंजीकृत करने में मदद की। शुरुआती दिनों में Google हर दिन 5, लाख क्वेरी प्रॉसेस करता था, लेकिन यह आंकड़ा आज 8.5 अरब तक पहुँच चुका है।

विकास और भविष्य

विकास और भविष्य

2004 में सार्वजनिक स्टॉक जारी करने के बाद Google ने Gmail, Android, और YouTube जैसी क्रांतिकारी सेवाएँ लॉन्च कीं। नीचे उनके प्रमुख उत्पादों की सूची दी गई है:

  • Gmail – मुफ़्त ई‑मेल सेवा
  • Android – विश्व का सबसे लोकप्रिय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम
  • YouTube – वीडियो शेयरिंग प्लेटफ़ॉर्म
  • Google Maps – नेविगेशन और लोकेशन सेवा
  • Google Cloud – क्लाउड कंप्यूटिंग समाधान

वित्तीय रूप से कंपनी ने 2022 में $282 बिलियन से अधिक राजस्व बनाया, जिसमें से $162 बिलियन सर्च विभाग से आया। यह आँकड़े दिखाते हैं कि सर्च अभी भी Google की धुरी है, चाहे उसके प्यूर्तो रिको‑से‑फुटबॉल टीम, क्लाउड, या विज्ञापन नेटवर्क की विविधता कितनी भी बढ़ गई हो।

Google की पहचान सिर्फ सर्च इंजन तक सीमित नहीं रही। 1998 में पहली बार ‘Google Doodle’ के रूप में बर्निंग मैन फ़ेस्टिवल को मनाने से लेकर 2023 की 25वीं वर्षगाँठ तक, हर मील का पत्थर एक ख़ास लोगो के साथ दर्शाया गया है। इस बार की Doodle एक डायनेमिक एनीमेशन थी, जिसने दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं को याद दिलाया कि यह प्लेटफ़ॉर्म हमेशा नवाचार पर केंद्रित रहा है।

आज Google लगभग हर भारतीय की रोज़मर्रा की जिंदगी में मौजूद है—खोज, मेल, मानचित्र, ऐप्स, और क्लाउड स्टोरेज—all one place. कंपनी अब भी “दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और सभी के लिए सुलभ बनाना” के मिशन पर डटी हुई है, और इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और रिमोट‑वर्क टूल्स में भारी निवेश कर रही है।

आगामी वर्षों में Google ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता को अपने सभी उत्पादों में गहराई से एकीकृत करने की योजना बनाई है, जिससे खोज परिणाम और भी प्रासंगिक और तेज़ होंगे। साथ ही, एरथ स्पेस, हेल्थकेयर, और सस्टेनेबिलिटी प्रोजेक्ट्स में नई पहलें आजमाने की तैयारी भी चल रही है। इस तरह, 25 साल के बाद भी Google का भविष्य अनिश्चित नहीं, बल्कि उन नवाचारी विचारों से भरा है जो इसके संस्थापकों ने अपने डॉर्म रूम में पनपाए थे।

5 टिप्पणियाँ

  • vasanth kumar
    के द्वारा प्रकाशित किया गया vasanth kumar
    11:18 पूर्वाह्न 09/29/2025
    पहली बार जब मैंने Google को इस्तेमाल किया, तो सोचा था ये कोई जादू है। अब तो बिना इसके दिन भी नहीं बीतता। गैरेज से शुरू होकर आज दुनिया का सबसे बड़ा इंफॉर्मेशन सिस्टम बन गया।
  • Pooja Shree.k
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Pooja Shree.k
    07:38 पूर्वाह्न 09/30/2025
    मैंने तो Gmail के जरिए अपनी पहली नौकरी के लिए अप्लाई किया था... और आज भी वही ईमेल यूज़ कर रही हूँ। इतने साल बीत गए, लेकिन ये अभी भी काम कर रहा है, बिना किसी गड़बड़ के।
  • Andalib Ansari
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Andalib Ansari
    22:54 अपराह्न 09/30/2025
    अगर लैरी और सर्गेई ने उस गैरेज में नहीं रुकते, तो आज हमारी जिंदगी कैसी होती? हर सर्च, हर मैप, हर वीडियो... सब कुछ एक छोटे से विचार से शुरू हुआ। ये तो सिर्फ टेक्नोलॉजी की कहानी नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण की है।
  • Vasudev Singh
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Vasudev Singh
    23:39 अपराह्न 10/ 1/2025
    मैंने अपने छोटे भाई को Google Maps के जरिए दिल्ली से बेंगलुरु तक नेविगेट करना सिखाया था, जब वो पहली बार अकेले यात्रा कर रहा था। आज वो एक ट्रक ड्राइवर है, और वो कहता है कि बिना Google के वो जिंदगी भर भटक जाता। ये सिर्फ एक कंपनी नहीं, ये तो लाखों लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। इसके लिए धन्यवाद।
  • Akshay Srivastava
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Akshay Srivastava
    11:15 पूर्वाह्न 10/ 2/2025
    25 साल बाद भी Google का मिशन अपरिवर्तित है - 'दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना'। ये बात आपको बताती है कि असली नवाचार तब होता है जब लक्ष्य स्पष्ट हो। आज के बहुत सारे टेक कॉर्प्स लाभ के लिए अपने मूल्य बदल रहे हैं। Google ने नहीं बदला। इसलिए ये अभी भी अनोखा है।

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