अंबाला चुनावी रैली में पीएम मोदी का दावा: 'पाकिस्तान के पास थे बम, अब भीख का कटोरा', 'धाकड़' सरकार काम कर रही है

अंबाला चुनावी रैली में पीएम मोदी का दावा: 'पाकिस्तान के पास थे बम, अब भीख का कटोरा', 'धाकड़' सरकार काम कर रही है

मई, 19 2024

हरियाणा के अंबाला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की मजबूती पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक 'धाकड़' या शक्तिशाली सरकार की उपस्थिति के कारण दुश्मन देश भारत को नुकसान पहुंचाने से पहले 100 बार सोचते हैं।

मोदी ने विशेष रूप से पाकिस्तान का जिक्र किया, जो 70 सालों तक भारत को डराता-धमकाता रहा है, लेकिन अब भाजपा के शासन के कारण उसके पास 'भीख का कटोरा' है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी उल्लेख किया और इसका श्रेय 'धाकड़' सरकार को दिया।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हथियारों के आयात के जरिए निजी मुनाफे के लिए भारतीय सशस्त्र बलों को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपनी सरकार के प्रयासों की सराहना की, जिसने 'मेड इन इंडिया' हथियारों के साथ सेना को 'आत्मनिर्भर' बनाने का प्रयास किया है।

मोदी ने 4 जून को INDIA गठबंधन की हार के प्रति आत्मविश्वास व्यक्त किया और हरियाणा की जनता द्वारा राष्ट्र विरोधी ताकतों के बारे में जागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग भलीभांति जानते हैं कि कौन सी पार्टियां देश हित में काम कर रही हैं और कौन सी सिर्फ अपना स्वार्थ साध रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, "जब तक देश में 'धाकड़' सरकार है, दुश्मन देश भारत के साथ छेड़छाड़ करने से पहले सौ बार सोचेंगे। पहले पाकिस्तान के पास बम थे, अब उसके हाथ में भीख का कटोरा है। ये परिवर्तन भाजपा सरकार की वजह से संभव हो पाया है।"

मोदी ने हरियाणा की जनता से अपील की कि वे 'धाकड़' सरकार को और मजबूत करने के लिए भाजपा को वोट दें। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने हरियाणा के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं और आने वाले समय में भी प्रदेश के हित में काम करती रहेगी।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पाकिस्तान को लेकर कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया और कहा कि अब पूरी दुनिया जान चुकी है कि भारत के साथ दुश्मनी करने वालों का क्या हश्र होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने देश की सुरक्षा और संप्रभुता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि ये पार्टियां केवल अपने राजनीतिक हितों के लिए काम करती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखा है और यही वजह है कि जनता बार-बार उन पर भरोसा जताती है।

अंबाला रैली में प्रधानमंत्री के भाषण से यह साफ है कि भाजपा आगामी चुनावों में राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी। मोदी के कड़े तेवर और दमदार शब्दों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह देश की सुरक्षा और अखंडता के मामले में किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं हैं।

हरियाणा में भाजपा को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और पार्टी को उम्मीद है कि मोदी के नेतृत्व में वह एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी। हालांकि, विपक्षी दलों ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और वे भाजपा को कड़ी टक्कर देने का प्रयास कर रहे हैं। अंबाला की रैली में मोदी के भाषण ने भाजपा के चुनावी अभियान को और धार दे दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक फैसला 'धाकड़' सरकार की वजह से ही संभव हो पाया। मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर का विकास बाधित हो रहा था और आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा था।

उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर वहां के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है। अब वहां के युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, महिलाओं को अधिकार मिले हैं और पूरे राज्य में शांति व सद्भाव का माहौल बन रहा है।"

मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने सशस्त्र बलों को और अधिक मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पहले भारत हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था, लेकिन अब 'मेड इन इंडिया' के तहत स्वदेशी हथियार बनाए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस ने हमेशा अपने स्वार्थ के लिए देश के सशस्त्र बलों को कमजोर किया। उन्होंने हथियारों के आयात के जरिए अपनी जेबें भरीं। लेकिन हमारी सरकार ने सेना को 'आत्मनिर्भर' बनाने का बीड़ा उठाया है। अब हमारे जवान स्वदेशी हथियारों से लैस हैं और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।"

मोदी के इस बयान से साफ है कि भाजपा राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना को मजबूत करने के मुद्दे को चुनावों में खूब भुनाएगी। पार्टी को उम्मीद है कि इन मुद्दों पर जनता का साथ मिलेगा और वह एक बार फिर सत्ता में वापसी करने में कामयाब होगी।

हालांकि, विपक्षी दल भी इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। वे सवाल उठा रहे हैं कि क्या सरकार ने वाकई में सेना को मजबूत किया है या सिर्फ जुमलेबाजी कर रही है। वे यह भी आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा सत्ता में आने के बाद अपने वादों को भूल गई है और जनता की असली समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद का सहारा ले रही है।

फिलहाल, हरियाणा में चुनावी घमासान जारी है और सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। भाजपा मोदी के चेहरे और उनकी लोकप्रियता के सहारे चुनाव में उतरी है, जबकि कांग्रेस और अन्य दल स्थानीय मुद्दों को हवा देने का प्रयास कर रहे हैं। अंबाला की रैली से साफ है कि मोदी इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते और वह एक के बाद एक रैलियों के जरिए जनता का रुख अपनी ओर मोड़ने में जुटे हैं।

देखना होगा कि हरियाणा की जनता किसके पक्ष में जाती है और किसे सत्ता की चाबी सौंपती है। लेकिन इतना तय है कि मोदी और भाजपा इस चुनाव में पूरा दमखम लगा देंगे और कोई भी कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। अंबाला की रैली इसी का संकेत देती है।

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