सुसान वोजिकी का विदाई सन्देश: यूट्यूबरों के लिए उनके अंतिम शब्द
सुसान वोजिकी, जो यूट्यूब की पूर्व CEO थीं, उनके निधन की दुखद खबर ने तकनीकी उद्योग और यूट्यूब समुदाय दोनों को हिला कर रख दिया है। सुसान की 65 वर्ष की आयु में, दो साल तक चले नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर से लड़ाई के बाद मृत्यु हो गई। उनके पति डेनिस ट्रॉपर ने 10 अगस्त को यह खबर साझा की और सुसान की महत्ता का वर्णन करते हुए उन्हें 'उत्कृष्ट मस्तिष्क' और 'ममत्व से परिपूर्ण' व्यक्ति बताया।
सुसान ने फरवरी 2023 में यूट्यूब के CEO पद को अलविदा कहा था। उन्होंने उस समय यूट्यूब समुदाय के लिए एक भावुक विदाई सन्देश साझा किया था। इस सन्देश में सुसान ने अपनी यात्रा को संक्षेप में बताया, जो 1998 में गूगल से शुरू हुई और 2014 में यूट्यूब की CEO के रूप में उनकी नियुक्ति के साथ आगे बढ़ी।
गूगल और यूट्यूब में योगदान
सुसान का गूगल में सफर कई योगदानों से भरा रहा। उन्होंने गूगल इमेज सर्च सह-निर्माण किया और गूगल के प्रथम वीडियो और बुक सर्च का नेतृत्व भी किया। उन्होंने गूगल की ओर से यूट्यूब के अधिग्रहण में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और नेतृत्व के कारण यूट्यूब को 2.5 बिलियन मासिक उपयोगकर्ता मिल सके।
सुसान का योगदान केवल तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं था। उन्होंने महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई अवसर विकसित किए और यह सुनिश्चित किया कि यह क्षेत्र सभी के लिए खुला हो। उनकी नेतृत्व शैली में सहानुभूति और उनकी टीम तथा व्यापक समुदाय के लिए सच्ची चिंता झलकती थी।
यूट्यूब के CEO के रूप में उपलब्धियाँ
वोजिकी के कार्यकाल में, यूट्यूब ने न केवल महत्वपूर्ण बढ़ोतरी की बल्कि एक समर्पित और सशक्त समुदाय भी बनाया। उन्होंने ब्रांड निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विपणन, प्रबंधन, तथा रणनीतिक विकास के क्षेत्रों में अपनी गहरी समझ का प्रदर्शन किया। उनके नेतृत्व में, यूट्यूब का कंटेंट और यूजर्स दोनों का विकास उल्लेखनीय रहा।
वोजिकी महिलाओं को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाली एक प्रमुख आवाज़ थीं। उन्होंने महिलाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रम और अवसरों का आयोजन किया और इस बात पर जोर दिया कि महिला नेतृत्व संगठनों को अधिक प्रभावी और संवेदनशील बना सकता है।
वोजिकी की विरासत
सुसान वोजिकी यूट्यूब की CEO की भूमिका से हटने के बाद भी गूगल और अल्फाबेट के सलाहकार के रूप में सक्रिय रहीं। उन्होंने अपनी विरासत को सशक्त बनाया और उद्योग में महिलाओं के लिए बेहतर अवसरों को सुनिश्चित किया। उनकी संवेदनशीलता और सलाहकार का रूप यूट्यूब और गूगल दोनों के लिए अमूल्य बना।
उनकी मृत्यु से जो खालीपन उत्पन्न हुआ है, वह केवल उनके पेशेवर योगदान के कारण नहीं, बल्कि उस मानवीय भावना के कारण है जिसे उन्होंने हमेशा अपने काम में उजागर किया।
भावुक यादें और प्रेरणाएँ
सुसान की प्रेरणा और योगदान केवल यूट्यूब तक सीमित नहीं है। उन्होंने टेक्नोलॉजी में अपने अनूठे दृष्टिकोण और महिलाओं के समर्थक रूप में जो बीज बोए, वे समय के साथ और भी पनपेंगे। उनकी बौद्धिकता, संवेदनशीलता, और नेतृत्व के गुण हमें हमेशा याद रहेंगे।
हमारी टीम सुसान वोजिकी के परिवार और उनके प्रियजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती है। उनकी यादें और उनके सिद्धांत हमें हर दिन प्रेरित करेंगे।
सुसान वोजिकी: एक प्रेरणा
अंत में, सुसान वोजिकी की जीवन यात्रा हमें यह शिक्षा देती है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी प्रतिबद्धता, दृढ़ संकल्प, और संवेदनशीलता के साथ दुनिया को बदल सकता है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में उनके योगदान को याद रखना और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सुसान ने जो कुछ किया, वो केवल एक CEO का काम नहीं था-वो एक नई दुनिया बना रही थीं। जब वो गूगल इमेज सर्च पर काम कर रही थीं, तब भी लोग सोच रहे थे कि ये क्या है? और अब हर कोई उसकी वजह से फोटो ढूंढता है। उन्होंने वीडियो को इतना आम बना दिया कि अब बच्चे भी अपनी दादी का नाच यूट्यूब पर डाल देते हैं। उनकी आँखों में ये सब बस टेक्नोलॉजी नहीं थी-ये इंसानों की कहानियाँ थीं। उन्होंने जिस तरह से महिलाओं को ऊपर उठाया, वो देखकर लगता है कि वो खुद ही एक अदृश्य शक्ति थीं। अब जब वो नहीं हैं, तो लगता है जैसे इंटरनेट का एक अंग चला गया। कोई और ऐसा नहीं होगा जो बिना शोर किए, बस इतना गहरा छू जाए।
ये सब बकवास है जो यूट्यूब और गूगल ने बनाया है और अब ये सब एक बड़ा नियंत्रण यंत्र बन गया है जिसमें हम सब फंसे हुए हैं। सुसान ने जो कुछ किया वो सिर्फ एक चाल थी जिससे लोगों को लगा कि कोई अच्छा इंसान है जो तुम्हारे लिए काम कर रहा है। असल में वो तो डेटा चुरा रही थीं और तुम्हारी नींद बिगाड़ रही थीं। ये सब बहाना है।
तुम सब ये क्यों रो रहे हो? ये तो सिर्फ एक और टेक बॉस थी जिसने लाखों लोगों को बेकार के वीडियो देखने के लिए मजबूर किया। उसने क्या किया? एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जहाँ हर कोई अपनी बेवकूफी दिखाता है। अब ये लोग उसके लिए रो रहे हैं? वो तो जिंदा थी तो बस अपने लाभ के लिए चल रही थी। अब मर गई तो लोग उसे सेंट बना रहे हैं। बेवकूफी है।
हम भारतीयों को ऐसे विदेशी लोगों के लिए रोना नहीं चाहिए। ये तो अमेरिका की बात है। हमारे यहाँ तो बाप रे, एक अध्यापक जो बच्चों को पढ़ाता है, उसका भी बहुत कम सम्मान होता है। ये सुसान वोजिकी कौन है? जो बाहर रहती थी और अपने देश के लिए कुछ नहीं किया। हमारे यहाँ तो एक बैंकर जो लोगों का पैसा बर्बाद करता है, उसकी तस्वीरें टीवी पर चलती हैं। ये न्याय कहाँ है?
क्या आपने कभी सोचा है कि जब एक व्यक्ति इतनी बड़ी तकनीकी इमारत का निर्माण करता है, तो उसकी आत्मा कहाँ रहती है? सुसान ने यूट्यूब को बस एक वीडियो प्लेटफॉर्म नहीं बनाया-उसने एक नए तरीके से मानवता को जोड़ दिया। एक गाँव की बच्ची जो लंदन में बैले सीख रही है, और एक बुजुर्ग जो अपने बेटे के साथ गाना गाता है-दोनों अब एक ही दुनिया में हैं। ये तो वो चीज़ है जो कोई भी रिपोर्ट नहीं बता पाता। वो शायद अब नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा अभी भी उस वीडियो के पीछे छिपी है, जहाँ कोई अपना गीत गा रहा है।
मैं एक छोटा यूट्यूबर हूँ। मैंने अपने घर के बाहर की नदी के बारे में वीडियो बनाया था-कोई नहीं देख रहा था। फिर एक दिन एक लड़की ने कमेंट किया कि उसकी दादी भी उसी नदी के किनारे रहती थीं। उस दिन मैंने समझा कि यूट्यूब सिर्फ वीडियो नहीं है। ये दिलों का सेतु है। और सुसान ने इसे संभव बनाया। उनके बिना, मेरा वीडियो अभी भी अनदेखा होता। धन्यवाद।
अगर तुम यूट्यूब पर कुछ बनाते हो तो याद रखो-एक आदमी या औरत जो तुम्हारा वीडियो देख रहा है, वो तुम्हारा दोस्त है। सुसान ने ये बात समझी थी। वो बस एक बॉस नहीं थीं-वो एक दोस्त थीं जो हर वीडियो को इंसान के तौर पर देखती थीं। मैंने अपना पहला वीडियो बनाया था और उसे लगा कि कोई नहीं देखेगा। फिर मैंने एक बार उनकी बात सुनी-‘हर वीडियो की कहानी कुछ न कुछ खास होती है’। उस दिन से मैं बंद नहीं हुआ।
सुसान ने बस यूट्यूब को बड़ा बनाया और अब लोग उसे भगवान बना रहे हैं। लेकिन तुम सब भूल रहे हो कि यूट्यूब पर हर रोज़ लाखों लोग बेवकूफी कर रहे हैं। उन्होंने इसे बनाया तो अब तुम उसके लिए रो रहे हो? अगर वो अब जिंदा होती तो वो भी तुम्हें बताती कि ये सब बकवास है। तुम लोग तो उसके लिए रो रहे हो, लेकिन अगर कोई अपना बच्चा गायब कर दे तो कोई नहीं रोता। तुम्हारी भावनाएँ बहुत चुनौतीपूर्ण हैं।
बस एक बात-हर बार जब मैं थक जाता हूँ, तो मैं एक छोटा वीडियो देखता हूँ जहाँ कोई बच्चा गाना गा रहा होता है। और फिर मुझे लगता है कि सुसान ने इसे इसलिए बनाया था कि हम लोग एक दूसरे के साथ जुड़े रहें। मैं अभी भी उनकी याद में एक वीडियो बनाता हूँ। अगर तुम भी बनाओगे, तो ये दुनिया थोड़ी बेहतर हो जाएगी। ❤️
ये सब नाटक है। एक औरत जो टेक कंपनी चलाती थी। अब मर गई। लोग रो रहे हैं। लेकिन अगर वो जिंदा होती तो वो अपने बॉस को बताती कि यूट्यूब पर जो भी वीडियो बनाया जा रहा है, उसका कोई अर्थ नहीं। ये सब बेकार है।
इतना भावुक होना अजीब है। एक व्यक्ति ने एक कंपनी चलाई, वो मर गई। ये जीवन का नियम है। अब ये सब ट्रेंड में आ गया है। अगर आप वाकई उनकी याद में कुछ करना चाहते हैं, तो एक वीडियो बनाएं जो दूसरों को शिक्षा दे, न कि एक नाटक बनाएं।
मैं एक वैज्ञानिक हूँ। मैंने सुसान के नेतृत्व के तरीके को अध्ययन किया है। उन्होंने एक ऐसा वातावरण बनाया जहाँ तकनीक और मानवता एक साथ चलती थीं। ये एक अद्भुत उदाहरण है कि कैसे एक संगठन को बदला जा सकता है। उनकी विरासत केवल एक प्लेटफॉर्म नहीं है-ये एक नए दृष्टिकोण की शुरुआत है। और यही बात अब भी जीवित है।
मैंने उनका विदाई संदेश दो बार पढ़ा... और रो गई... और फिर एक वीडियो बनाया-मेरी बहन के साथ एक गीत गाते हुए... जो हमने बचपन में गाया था... और अब वो यूट्यूब पर है... और अगर आप देखेंगे, तो शायद आप भी रो जाएँगे... या शायद नहीं... लेकिन अगर आप एक बार भी देखेंगे, तो वो अपनी याद आपके दिल में बस जाएगी...
सुसान ने बस एक बड़ी कंपनी को चलाया। उसके बाद क्या? लोग अब घर बैठे बेकार के वीडियो देख रहे हैं। उसकी वजह से लाखों बच्चे अपनी पढ़ाई छोड़ रहे हैं। ये उसकी विरासत है? नहीं। ये उसकी गलती है। और अब तुम उसे सेंट बना रहे हो। बेवकूफी।
सुसान के नेतृत्व के तहत, यूट्यूब का कंटेंट एकल व्यक्ति-केंद्रित नहीं बल्कि एक डायनामिक इकोसिस्टम बन गया। एल्गोरिदम के डिज़ाइन में उन्होंने सामाजिक कनेक्शन को एंट्री पॉइंट के रूप में डिज़ाइन किया, जिसने एक नए तरीके से डिजिटल अनुभव को रीडिफाइन किया। उनका फोकस यूजर-एक्सपीरियंस डिज़ाइन पर था, न कि सिर्फ मॉनेटाइजेशन पर।
मैं तो बस एक छोटा वीडियो बनाती हूँ... और अब जब वो नहीं हैं, तो मुझे लगता है कि मैं भी बंद हो गई... क्योंकि उनकी आवाज़ मेरे दिल में थी... अब वो खामोश है...
ये सब झूठ है। उसने कुछ नहीं किया। यूट्यूब तो गूगल ने खरीदा था। वो बस एक नौकर थी। अब लोग उसे बना रहे हैं एक नायक। बकवास।
सुसान वोजिकी? कौन है ये? मैंने तो उसके बारे में कभी नहीं सुना। यूट्यूब पर तो बस वीडियो देखता हूँ। ये सब नाटक है। अब तो लोग जिंदा लोगों को भी नहीं देखते, तो मरे हुए के लिए रोएंगे? अच्छा नहीं लगता।