2026 CBSE बोर्ड परीक्षा का नया शेड्यूल
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 की बोर्ड परीक्षाओं का provisional टाइम‑टेबल जारी कर दिया है। दिये गये अनुसार, कक्षा 10 और 12 दोनों की पहली परीक्षा 17 फरवरी, 2026 को सुबह 10:30 बजे से शुरू होगी। कक्षा 10 की अंतिम परीक्षा 18 मार्च को समाप्त होगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएँ 4 अप्रैल तक चलेंगी। परीक्षा समाप्ति के बाद परिणाम 20 जून के आसपास घोषित किए जाने की उम्मीद है, लेकिन कुछ रिपोर्ट के अनुसार अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ सकती है।
इस साल लगभग 45 लाख छात्र भारत सहित 26 अन्य देशों में CBSE बोर्ड परीक्षा देेंगे। कंट्रोलर ऑफ़ एक्ज़ामिनेशन्स, सान्यम भारद्वाज ने कहा कि यह टेंटेटिव शेड्यूल छात्रों को अपनी पढ़ाई के लिए बेहतर योजना बनाने, स्कूलों को प्रशासनिक कामकाज सटीक रूप से चलाने और शिक्षकों को व्यक्तिगत समय‑सारणी बनाने में मदद करेगा।
द्विवार्षिक कक्षा 10 परीक्षा: क्या बदल रहा है
2026 में कक्षा 10 के छात्रों के लिए एक बड़ा बदलाव लागू किया जा रहा है – द्विवार्षिक बोर्ड परीक्षा। नई नीति के तहत, फरवरी के मध्य में पहली, अनिवार्य परीक्षा होगी। इसके बाद मई में एक वैकल्पिक परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसमें छात्र अपनी चार मुख्य विषयों (विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषा) में से अधिकतम तीन विषय दोबारा लिख सकते हैं। पुनः लिखे गए विषयों में सबसे अच्छा अंक अंतिम परिणाम में शामिल किया जाएगा।
- पहली परीक्षा: 17 फरवरी से शुरू, सभी विषय 10:30 बजे शुरू।
- दूसरी परीक्षा (वैकल्पिक): मई में, वही समय‑स्लॉट।
- पुनः लिखने की सुविधा: अधिकतम 3 विषय, सबसे अच्छा अंक रखा जाएगा।
- परिणाम: दोनों सत्रों के अंक मिलाकर अंतिम ग्रेड जारी किया जाएगा।
CBSE ने इस परिवर्तन को समझाने के लिए सितम्बर 2025 में एक वेबिनार का प्रस्ताव रखा है। इस सत्र में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को नई प्रक्रिया, नियम व समय‑सीमा के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। साथ ही, बोर्ड ने यह भी आश्वासन दिया है कि सभी विषयों के बीच पर्याप्त अंतराल रहेगा, जिससे छात्रों को वैकल्पिक परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके। महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं के साथ टकराव नहीं होगा, क्योंकि कक्षा 12 की सभी परीक्षाएँ मुख्य प्रतियोगी परीक्षाओं से पहले ही समाप्त हो जाएँगी।
नया शेड्यूल न सिर्फ छात्रों को अपनी तैयारी में लचीलापन देगा, बल्कि स्कूल प्रशासन को भी एग्जामिनेशन हॉल, प्रॉक्सी एवं बैठाने की व्यवस्था में मदद करेगा। इस प्रकार, 2026 की CBSE बोर्ड परीक्षा पूरी तरह से व्यवस्थित और छात्रों के हित में डिजाइन की गई प्रतीत होती है।