20 नवंबर 2025 को नेपियर के मैकलीन पार्क में खेले गए न्यूजीलैंड बनाम वेस्टइंडीज के दूसरे वनडे मैच में शाई होप ने एक ऐसा प्रदर्शन किया जिसने विश्व क्रिकेट के इतिहास को दोबारा लिख दिया। 69 गेंदों में 109 नाबाद रन, 13 चौके और 4 छक्के — ये सिर्फ एक शतक नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक क्रांति थी। इस शतक के साथ होप दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सभी 12 फुल मेंबर देशों के खिलाफ वनडे में शतक लगाया है। बारिश के कारण मैच 34-34 ओवर का हुआ, लेकिन इसकी बारिश ने भी होप की जगन्नाथ यात्रा को नहीं रोक पाया।
12 टीमों के खिलाफ शतक: एक अनोखा सफर
शाई होप का ये शतक सिर्फ एक और रन का जुड़ाव नहीं था। ये एक अनुक्रम का अंतिम टुकड़ा था — जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट के दिग्गजों की श्रेणी से बाहर निकाल दिया। न्यूजीलैंड से पहले, उन्होंने जिम्बाब्वे, भारत, बांग्लादेश, आयरलैंड, अफगानिस्तान, श्रीलंका, नीदरलैंड्स, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, नेपाल और इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाए थे। यानी जिस टीम के खिलाफ भी वेस्टइंडीज खेला, होप ने उसके खिलाफ शतक बनाया। सचिन तेंदुलकर, क्रिस गेल, रिकी पॉन्टिंग — ये सब दिग्गज भी इस रिकॉर्ड को नहीं बना पाए। एक ऐसा रिकॉर्ड जो शायद अब तक का सबसे अनोखा है।
कैसे बना ये शतक? एक टीम के लिए अकेले लड़ना
मैच की शुरुआत वेस्टइंडीज के लिए बर्बर थी। छठे ओवर में ही जॉन कैंपबैल आउट हो गए। आठ ओवर में पांच विकेट गिर चुके थे। टीम 86 रन पर थी। जब दूसरे बल्लेबाज भी बाहर हो गए, तो सबकी नजरें शाई होप पर टिक गईं। और वहीं से शुरू हुई एक ऐसी पारी, जिसमें उन्होंने सिर्फ बल्ले से ही टीम को बचाया। 157.97 के स्ट्राइक रेट के साथ, उन्होंने दबाव को बल्ले से तोड़ा। 34 ओवरों में 247/9 का स्कोर बनाया — जिसके 109 रन उनके नाम पर थे। बारिश ने मैच को छोटा कर दिया, लेकिन होप की पारी को नहीं।
19 शतक और 6000 रन: एक अद्वितीय युग
इस शतक के साथ होप के वनडे करियर में शतकों की संख्या 19 हो गई — जो उन्हें ब्रायन लारा के साथ वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बना देता है। लेकिन यहां रुकना नहीं था। उन्होंने अपने 142वें पारी में 6000 रन पूरे किए। वेस्टइंडीज के लिए ये उपलब्धि सिर्फ दूसरे सबसे तेज रिकॉर्ड है — पहला विवियन रिचर्ड्स के नाम पर है, जिन्होंने 141 पारियों में यह कारनामा किया था। ब्रायन लारा को यह कारनामा 258 पारियों में करना पड़ा। होप ने लगभग आधी पारियों में यह कारनामा किया। अब तक, 147 मैचों में 142 पारियों में 6097 रन, 19 शतक और 30 अर्धशतक — ये आंकड़े किसी बल्लेबाज के लिए सिर्फ शानदार नहीं, बल्कि असाधारण हैं।
मैच तो हारा, लेकिन इतिहास बना
लेकिन यहां एक बड़ा मोड़ था। वेस्टइंडीज ने मैच नहीं जीता। न्यूजीलैंड की ओर से डेवॉन कॉन्वे (90 रन) और रचिन रवींद्र (56 रन) ने बल्लेबाजी की अच्छी शुरुआत की, और मिचेल सैंटनर की नाबाद 34 रनों की पारी ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। वेस्टइंडीज 5 विकेट से हार गई। लेकिन जब आप एक ऐसा शतक बना दें, जो इतिहास बना दे — तो मैच का नतीजा दूसरे स्तर पर चला जाता है। होप को इस मैच का मैन ऑफ द मैच चुना गया। कोई नहीं भूलेगा कि ये मैच किसके नाम पर दर्ज हुआ।
क्यों ये रिकॉर्ड इतना बड़ा है?
क्योंकि आज के क्रिकेट में टीमें बहुत अलग-अलग खेलती हैं। जिम्बाब्वे और नेपाल के खिलाफ शतक लगाना, और ऑस्ट्रेलिया या भारत के खिलाफ लगाना — दोनों अलग दुनिया हैं। शाई होप ने दोनों को एक साथ कर दिया। उन्होंने न केवल बल्लेबाजी की, बल्कि टीम के लिए जिम्बाब्वे के खिलाफ भी बल्ला चलाया, जहां कोई भी बड़ा बल्लेबाज अक्सर अपने रिकॉर्ड के लिए नहीं खेलता। उन्होंने अपनी उपलब्धि को व्यापक बनाया। इसलिए ये रिकॉर्ड अब तक का सबसे व्यापक और सबसे कम संभव है।
अगला कदम: टेस्ट और टी20 में क्या?
होप ने टेस्ट में 2005 रन और टी20 में 1403 रन बनाए हैं। अब ये सवाल उठता है — क्या वह टेस्ट में भी सभी 12 टीमों के खिलाफ शतक लगा पाएंगे? अभी तक उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट शतक लगाए हैं। लेकिन न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट शतक अभी बाकी हैं। अगर वह यह भी कर देते हैं, तो वह एक ऐसा रिकॉर्ड बनाएंगे जिसकी तुलना किसी और के साथ नहीं की जा सकती।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शाई होप ने किन 12 देशों के खिलाफ वनडे शतक लगाए हैं?
शाई होप ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना 12वां शतक लगाकर सभी 12 फुल मेंबर टीमों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने। ये टीमें हैं: इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नीदरलैंड्स, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, आयरलैंड, अफगानिस्तान और नेपाल।
वेस्टइंडीज के लिए वनडे शतकों का रिकॉर्ड किसके नाम पर है?
वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा वनडे शतक क्रिस गेल के नाम पर हैं — 25। शाई होप और ब्रायन लारा अब दोनों 19 शतकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। होप ने गेल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने के लिए अभी भी 6 शतकों की जरूरत है।
शाई होप कैसे इतनी जल्दी 6000 रन पूरे कर पाए?
होप ने केवल 142 पारियों में 6000 रन बनाए — वेस्टइंडीज के लिए दूसरे सबसे तेज रिकॉर्ड। उनसे पहले विवियन रिचर्ड्स ने 141 पारियों में यह कारनामा किया था। ब्रायन लारा को इसके लिए 258 पारियां लगीं। होप की स्थिरता और उच्च स्ट्राइक रेट ने इसे संभव बनाया।
क्या शाई होप टेस्ट में भी इस रिकॉर्ड को बरकरार रख पाएंगे?
अभी तक होप ने टेस्ट में केवल 8 फुल मेंबर टीमों के खिलाफ शतक लगाए हैं। उन्हें न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, नीदरलैंड्स और नेपाल के खिलाफ टेस्ट शतक लगाने की जरूरत है। अगर वह यह कर देते हैं, तो वह टेस्ट में भी एक अद्वितीय रिकॉर्ड बनाएंगे — जो अभी तक किसी ने नहीं बनाया।
इस शतक ने वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए क्या महत्व रखता है?
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के अनुसार, यह उपलब्धि टीम के हाल के वर्षों के निरंतर प्रदर्शन का प्रतीक है। यह दिखाता है कि वेस्टइंडीज के युवा बल्लेबाज दुनिया के शीर्ष स्तर पर खेल सकते हैं, भले ही टीम के नतीजे कभी-कभी अच्छे न हों। होप एक नई पीढ़ी का प्रतीक बन गए हैं।
शाई होप के बाद कौन इस रिकॉर्ड को तोड़ सकता है?
अभी तक कोई भी खिलाड़ी इस रिकॉर्ड के करीब नहीं पहुंचा। जैसे कि जोस बटलर या रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों के पास भी अभी तक कम से कम चार टीमों के खिलाफ शतक नहीं हैं। शायद भविष्य में एक ऐसा खिलाड़ी आए जो टेस्ट और वनडे दोनों में ऐसा करे — लेकिन अभी तक होप का रिकॉर्ड अटूट है।
ये शतक देखकर लगा जैसे कोई फिल्म का क्लाइमैक्स हो गया। बारिश आई तो भी होप ने अपना दिल नहीं डुबोया। वो तो बस बल्ला चला रहा था, जैसे उसके हाथ में कोई जादू हो।