फ्रेंच ओपन फाइनल में पहुंचे अलेक्जेंडर ज्वेरेव, घरेलू हिंसा मामले के निपटारे के बाद

फ्रेंच ओपन फाइनल में पहुंचे अलेक्जेंडर ज्वेरेव, घरेलू हिंसा मामले के निपटारे के बाद

जून, 8 2024

फ्रेंच ओपन में अलेक्जेंडर ज्वेरेव की ऐतिहासिक जीत

जर्मन टेनिस खिलाड़ी अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चौथी वरीयता प्राप्त ज्वेरेव ने कास्पर रूड को चार सेट के रोमांचक मुकाबले में पराजित किया। जीत का स्कोर 2-6, 6-2, 6-4, 6-2 रहा। अपनी असाधारण कौशल और 19 ऐस की बदौलत, ज्वेरेव ने यह मुकाम हासिल किया।

अलेक्जेंडर ज्वेरेव के करियर में यह पहली बार है जब वे रोलाण्ड गैरोस के फाइनल में पहुंचे हैं। इससे पहले तीन बार वे सेमीफाइनल तक पहुंचे थे परंतु फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे। उनकी इस सफलता को लेकर टेनिस विश्व में खुशी की लहर है। 27 वर्षीय ज्वेरेव ने खेल के दौरान विभिन्न तकनिकों का इस्तेमाल करके अपने विरोधी पर भारी दबाव बनाए रखा।

घरेलू हिंसा मामले में समझौता

घरेलू हिंसा मामले में समझौता

ज्वेरेव की इस जीत के बीच उनके घरेलू हिंसा मामले का भी निपटारा हो गया है। उनकी पूर्व पार्टनर ब्रेंडा पटेया ने मई 2020 में उन पर शारीरिक हिंसा के आरोप लगाए थे। आरोपों में दावा किया गया था कि ज्वेरेव ने पटेया को दीवार के खिलाफ धकेला और उनका गला घोंटने की कोशिश की। हालांकि, ज्वेरेव ने हमेशा अपनी निर्दोषता का दावा किया है।

समझौते के अनुसार, राज्य के अभियोजकों और दोनों पक्षों के वकीलों के बीच यह तय हुआ कि ज्वेरेव राज्य और चैरिटेबल संगठनों को कुल 200,000 यूरो ($222,000) का जुर्माना भरेंगे। यह समझौता उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे बिना किसी बाधा के अपने खेल और करियर पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

ग्रैंड स्लैम खिताब का लक्ष्य

ग्रैंड स्लैम खिताब का लक्ष्य

अब ज्वेरेव का लक्ष्य है पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतना। उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए, टेनिस आलोचक और प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि वे अपनी इस शानदार फॉर्म को बनाए रखेंगे। अब देखना यह है कि वे फाइनल में किस तरीके से खेलते हैं और क्या वे अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने में सफल हो पाते हैं।

ज्वेरेव की जीत उत्साहजनक है, खासकर तब जब खेल और व्यक्तिगत जीवन दोनों में एक समय पर इतने बड़े सवाल खड़े थे। उनकी मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

फ्रेंच ओपन का रोमांच

फ्रेंच ओपन का रोमांच

फ्रेंच ओपन, जिसे रोलाण्ड गैरोस भी कहा जाता है, टेनिस विश्व की एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है। यहां का लाल मिट्टी का कोर्ट खिलाड़ियों के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण साबित होता है। विश्व के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी यहां आकर भाग्य आजमाते हैं और अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं।

ज्वेरेव की यह यात्रा उनके करियर का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस जीत ने उन्हें न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में ला दिया है। अब समय बताएगा कि वे फाइनल में कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या वे इतिहास रच पाते हैं।

17 टिप्पणियाँ

  • Gayatri Ganoo
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Gayatri Ganoo
    07:44 पूर्वाह्न 06/10/2024
    ये सब बकवास है जब तक वो अपनी पत्नी को मार नहीं डालता तब तक वो चैंपियन नहीं बन सकता।
  • Fatima Al-habibi
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Fatima Al-habibi
    03:58 पूर्वाह्न 06/11/2024
    क्या हम अपराधी की जीत को उसके खेल के बल पर बढ़ावा दे रहे हैं? ये सिर्फ एक बहाना है।
  • Abhrajit Bhattacharjee
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Abhrajit Bhattacharjee
    05:15 पूर्वाह्न 06/12/2024
    इंसान है ना, गलतियां होती हैं। अगर वो सुधर गया है तो उसे दूसरा मौका देना चाहिए।
  • Roshni Angom
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Roshni Angom
    03:32 पूर्वाह्न 06/13/2024
    मैं तो सोच रही थी कि ये फाइनल देखने के लिए लोग इतने उत्साहित क्यों हैं... लेकिन अब पता चला कि ये सिर्फ एक बहाना है जिसके पीछे एक बड़ा अपराध छिपा है।
  • Ananth SePi
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Ananth SePi
    03:05 पूर्वाह्न 06/14/2024
    देखो भाई, ये टेनिस खेल है ना, ये एक खेल का मैदान है, जहां जीत और हार का खेल होता है। लेकिन जब एक आदमी अपने घर में अपनी पार्टनर को दीवार से धकेलता है, तो वो खेल नहीं होता, वो जुर्म होता है। और अब वो 2 लाख यूरो देकर अपनी गलती को खरीद रहा है, ये क्या है? अगर ये एक आम आदमी होता तो उसकी जेल हो जाती, लेकिन वो टेनिस स्टार है, तो वो फाइनल में जा सकता है। ये सिस्टम ही बेकार है।
  • Animesh Shukla
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Animesh Shukla
    13:09 अपराह्न 06/15/2024
    क्या आपने कभी सोचा है कि जब एक व्यक्ति अपने जीवन के सबसे बड़े संघर्षों के बीच भी दुनिया के सबसे कठिन कोर्ट पर फाइनल तक पहुंच जाता है, तो क्या वो बस एक खिलाड़ी है? या वो एक ऐसा इंसान है जिसने अपने भीतर के डर, शर्म, और अपराधबोध को भी दूर करके खेल को एक आध्यात्मिक यात्रा बना दिया? क्या हम उसकी जीत को उसके अतीत के लिए दोष देने के बजाय, उसकी आंतरिक लड़ाई के लिए सम्मान करने की कोशिश नहीं कर सकते?
  • jijo joseph
    के द्वारा प्रकाशित किया गया jijo joseph
    13:29 अपराह्न 06/15/2024
    सिस्टम के अनुसार, जब तक राज्य और अभियोजक समझौता कर लेते हैं, तब तक कानूनी रूप से कोई दोष नहीं है। ये एक लीगल डिस्पोजल है, न कि एथिकल एक्सॉनरेशन।
  • harshita sondhiya
    के द्वारा प्रकाशित किया गया harshita sondhiya
    14:34 अपराह्न 06/15/2024
    अरे भाई, ये लोग तो बस अपनी फेम बचाने के लिए ये सब कर रहे हैं। जब तक वो जेल नहीं जाता, तब तक ये फाइनल चलता रहेगा। ये टेनिस नहीं, ये बॉलीवुड है।
  • Naman Khaneja
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Naman Khaneja
    01:58 पूर्वाह्न 06/17/2024
    बस इतना कहूं कि अगर वो अपने भविष्य को सुधारना चाहता है, तो उसे बस एक बार गलती के लिए माफी मांगनी होगी। बाकी सब उसके काम से दिखेगा।
  • Raj Entertainment
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Raj Entertainment
    11:44 पूर्वाह्न 06/17/2024
    अगर आपको लगता है कि एक खिलाड़ी की जीत के बारे में बात करना गलत है तो आपको शायद खेल के बारे में कुछ नहीं पता। खेल तो खेल है।
  • Gaurav Verma
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Gaurav Verma
    14:22 अपराह्न 06/18/2024
    ये सब एक बड़ा धोखा है। वो अपराधी है, और वो अभी भी जीत रहा है।
  • Manikandan Selvaraj
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Manikandan Selvaraj
    20:11 अपराह्न 06/18/2024
    इतना बड़ा मामला और फाइनल में जाने देना ये दुनिया की बेइमानी है और हम सब इसे देख रहे हैं और चुप हैं
  • Manvika Gupta
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Manvika Gupta
    13:26 अपराह्न 06/19/2024
    मैं इस बारे में नहीं सोचना चाहती। मैं बस खेल देखना चाहती हूं।
  • leo kaesar
    के द्वारा प्रकाशित किया गया leo kaesar
    07:30 पूर्वाह्न 06/20/2024
    अगर वो गुनहगार है तो उसे फाइनल में नहीं जाना चाहिए। बस।
  • Nisha gupta
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Nisha gupta
    13:01 अपराह्न 06/21/2024
    क्या जीतने का मतलब है? क्या ये सिर्फ एक ट्रॉफी है? या ये एक अपराधी के लिए एक अवसर है जो अपने अतीत को छुपाने के लिए खेल रहा है? क्या हम अपने मूल्यों को बेच रहे हैं एक टेनिस बॉल के लिए?
  • vicky palani
    के द्वारा प्रकाशित किया गया vicky palani
    03:40 पूर्वाह्न 06/22/2024
    ये सब बहाना है। वो बस अपने नाम को बचाना चाहता है। अगर वो असली खिलाड़ी होता तो वो अपने अपराध के लिए जिम्मेदारी लेता।
  • Balakrishnan Parasuraman
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Balakrishnan Parasuraman
    18:51 अपराह्न 06/23/2024
    हमारे देश में भी लाखों लड़कियां घरेलू हिंसा के शिकार होती हैं, लेकिन कोई उनके लिए नहीं लड़ता। और ये जर्मन खिलाड़ी, जिसने एक औरत को धक्का दिया, उसे फाइनल में जाने का मौका दिया जा रहा है? ये भारत की निर्लज्जता है।

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