झारखंड में मौसम की चेतावनी
झारखंड राज्य में 22 मार्च 2025 को अचानक से मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाया। राज्य के कई हिस्सों में तेज हवाओं, भारी बारिश, ओलावृष्टि और बिजली गिरने के कारण व्यापक नुकसान हुआ है। इन गंभीर मौसम परिस्तिथियों के चलते मौसम विभाग ने पूरे राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
ये मौसम की उलटफेर बंगाल की खाड़ी से नमी और उत्तरी हवाओं के चलते उत्पन्न हुई है, जिसने खासकर लोहरदगा, गुमला और बेडो जैसे जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए और घरों की छतें उड़ गईं। कई जगहों पर हवाओं की गति लगभग 40 किमी प्रति घंटा रही।

प्रतिभूतियाँ और अनुमान
मौसम विभाग ने खूँटी, सिमडेगा, लोहरदगा, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला जिलों के लिए 22 मार्च की शाम और रात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार के मौसम की संभावना जताई जा रही है, हालांकि 24 मार्च से धीरे-धीरे मौसम साफ होने की उम्मीद है और तापमान में 3–4°C की वृद्धि का अनुमान है।
बारिश के आंकड़े बताते हैं कि चाईबासा ने सबसे ज्यादा वर्षा (54.1 मिमी) दर्ज की, जबकि रांची में 30.0 मिमी बारिश हुई। टोर्पा (37.4 मिमी), मूरहू (35.1 मिमी), और खूँटी (29.0 मिमी) के जिलों में भी पर्याप्त बारिश रिकॉर्ड की गई।
राज्य सरकार ने नुकसान के आकलन का आदेश दिया है ताकि प्रभावित किसानों को समय से मुआवजा मिल सके। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने अधिकारियों को तीन दिन के भीतर फसल नुकसान के आकलन पूरा करने का निर्देश दिया है, जबकि आपदा प्रबंधन मंत्री इरफान अंसारी ने तेजी से वित्तीय राहत दिलाने का आश्वासन दिया है।