गौतम गम्भीर ने हरषित राणा की ऑनलाइन ताड़ना को कहा 'शर्मनाक'

गौतम गम्भीर ने हरषित राणा की ऑनलाइन ताड़ना को कहा 'शर्मनाक'

अक्तू॰, 24 2025

जब गौतम गम्भीर, भारत के हेड कोच, ने 17 अक्टूबर 2025 को दिल्ली में आयोजित भारत‑वेस्ट इंडीज टेस्ट के बाद अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 23‑वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ हरषित राणा के खिलाफ ऑनलाइन ताड़ना को ‘शर्मनाक’ कहा, तो सोशल मीडिया पर धूम मच गई।

पृष्ठभूमि: चयन विवाद की जड़ें

दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत ने वेस्ट इंडीज को सात विकेट से हराकर 2‑0 सीरीज़ जीत ली। वही दिन, बाएँ‑हाथ के तेज़ गेंदबाज़ को आधा‑दौड़ में तीनों स्वरूपों (टेस्ट, ODI, T20) में ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए शीर्ष 15 में जगह मिली। इस चयन पर कई आलोचक प्रश्न उठाने लगे, विशेषकर क्योंकि बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) के चयन समिति के पाँच सदस्य अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए थे।

विकास: ऑनलाइन ताड़ना का विस्तार

परिस्थिति तब और नाटकीय हो गई जब पूर्व भारतीय ओपनर क्रिस श्रीकांस्थ ने ट्विटर पर लिखते हुए कहा, “हरषित राणा गम्भीर का फेवरेट है, शुबमन गिल के बाद टीम शीट का पहला नाम।” यह टिप्पणी ‘परची खिलाड़ी’ की तुलना में डाल दी, जहाँ पाकिस्तान में इमाम‑उल‑हाक को रिश्तेदारी के आधार पर चयन मिला था।

इसी बीच, पूर्व गेंदबाज़ रविचंद्रन आश्विन ने अपने यूट्यूब शो में ताड़ना को ‘व्यक्तिगत हमला’ कहा और कहा, “आलोचना खेल पर होनी चाहिए, न कि खिलाड़ी या उसके परिवार पर।” उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के एल्गोरिद्म युवा खिलाड़ियों को ‘मनोवैज्ञानिक जहर’ दे सकते हैं।

एक और आवाज़, पूर्व भारतीय बॅटर आकाश चोपड़ा ने यूट्यूब पर कहा कि चयन समिति के पाँच सदस्य, कप्तान और कोच की सामूहिक राय ही टीम को आकार देती है, और व्यक्तिगत लक्ष्य को लेकर नहीं। उन्होंने राणा को ‘भविष्य का हॉट प्रॉस्पेक्ट’ कहा।

मुख्य प्रतिक्रियाएँ: कोच, खिलाड़ी और विशेषज्ञ

Gambhir ने सीधे कहा, “अगर आप एक 23‑साल के लड़के को निशाना बना सकते हैं, तो आपका चैनल चलाने में भी वही कमी है।” उन्होंने यह जिक्र किया कि राणा के पिता न तो पूर्व चेयरमैन हैं, न ही पूर्व खिलाड़ी, न ही NRI—सिर्फ एक साधारण कामगार हैं, जो बेटे के सपनों को पोषित कर रहे हैं।

राणा ने अपनी टीम के साथियों को बताया कि वह शब्दों से नहीं, बल्कि मैदान पर प्रदर्शन से जवाब देगा। “शब्दों से कुछ नहीं होगा, पर जब मैं गेंद को बैट में मारूँगा तो सब चुप हो जाएँगे,” उसने कहा।

आश्विन ने यह भी कहा कि चयन प्रक्रिया ‘परिचितता’ के बजाय ‘संभावना’ पर आधारित होनी चाहिए, और यह सवाल उठे कि क्या राणा में ‘X‑फ़ैक्टर’ है या नहीं। उन्होंने कहा, “किसी को भी निचे नहीं गिराना चाहिए, खासकर जब वो अभी शुरू कर रहा हो।”

प्रभाव और व्यापक मुद्दे

  • भारत में सोशल मीडिया पर खेल‑आलोचना तेज़ी से बढ़ी है, जिससे युवा खिलाड़ियों की मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।
  • चयन पारदर्शिता का प्रश्न उठ रहा है; अरशदीप सिंह, प्रसिध कृष्णा और मुकेश कुमार जैसे योग्य फ़ास्ट‑बोलर्स अभी भी अवसर की तलाश में हैं।
  • वहां तक कि कोच‑मैनजमेंट के बीच के रिश्ते भी कभी‑कभी चयन में भूमिका निभा सकते हैं, जैसा कि ‘परची खिलाड़ी’ की तुलना में दिखाया गया है।

इन बिंदुओं ने BCCI के भीतर भी चर्चा को तेज कर दिया है। कुछ अंदरूनी स्रोतों ने बताया कि अगले महीने होने वाले ‘ऑस्ट्रेलिया टूर’ के पहले टेस्ट में राणा को एक लीडरशिप रोल मिलने की संभावना है, जिससे वह अपनी वैधता साबित कर सकता है।

आगे क्या?

ऑस्ट्रेलिया टूर 19 अक्टूबर 2025 से शुरू हो रहा है, जिसमें पाँच टेस्ट, पाँच ODI और पाँच T20I मैच निर्धारित हैं। राणा के लिए सबसे बड़ा मौका इस टूर के पहले टेस्ट में ‘रहस्योद्घाटन’ बन सकता है। अगर वह अपनी तेज़ बॉल और स्विंग से बाउण्ड्री के बाद बाउण्ड्री बना देता है, तो ऑनलाइन ताड़ना खुद ही शांत हो जाएगी।

गौतम गम्भीर ने यह भी कहा कि वे चयन प्रक्रिया को ‘खुला’ रखने के लिए काम करेंगे, और यदि कोई ‘आलॉय फीडबैक’ दे तो वह सुनेंगे। लेकिन उनके अनुसार, व्यक्तिगत हमले – चाहे वह सोशल मीडिया पर हो या निजी बातचीत में – कभी स्वीकार्य नहीं होते।

मुख्य तथ्य

  1. दिनांक: 17 अक्टूबर 2025, दिल्ली टेस्ट के बाद गैम्बीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस दिया।
  2. मुख्य खिलाड़ी: हरषित राणा (23 वर्ष), तेज़ गेंदबाज़, दिल्ली, 2024 IPL में KKR के साथ खेला।
  3. आलोचक: क्रिस श्रीकांस्थ, कई यूट्यूब फ़ैन, सोशल मीडिया यूज़र.
  4. समर्थक: रविचंद्रन आश्विन, आकाश चोपड़ा, कोच गौतम गम्भीर.
  5. आगामी टूर: ऑस्ट्रेलिया, 19 अक्टूबर 2025 से शुरू, तीन स्वरूपों में भारत की टीम में राणा शामिल।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हरषित राणा के चयन में BCCI की भूमिका क्या है?

BCCI की चयन समिति, जिसमें पाँच सदस्य शामिल हैं, वर्ष‑पर‑वर्ष अपने मानदंडों के आधार पर खिलाड़ियों का चयन करती है। राणा को तीनों स्वरूपों में चुना गया क्योंकि कोच‑कैंप में उसकी तेज़ बॉल और स्विंग ने बेस्ट इम्प्रेशन दिया, जबकि अन्य फ़ास्ट‑बोलर्स को भी प्रतिस्पर्धी रूप से मूल्यांकन किया गया।

ऑस्ट्रेलिया टूर में राणा के लिए सबसे बड़ा चुनौती क्या है?

ऑस्ट्रेलिया की पिच तेज़ गति और बाउंस के लिए जानी जाती है। राणा को अपनी गति, लाइन‑और‑लेन्थ को बनाए रखते हुए फिर भी कंट्रोल दिखाना होगा। यदि वह शुरुआती ओवर में विकेट ले लेता है, तो वह आलोचकों को मौन कर सकता है।

सोशल मीडिया ताड़ना से खिलाड़ियों की मानसिक सेहत पर क्या असर पड़ता है?

प्रतिकूल टिप्पणी अक्सर आत्म‑विश्वास को तोड़ती है, ख़ासकर युवा खिलाड़ियों में। मनोवैज्ञानिक चलाई गई कई बार देखते हैं कि निरंतर नकारात्मक फीडबैक से प्रदर्शन में गिरावट, नींद में बाधा, और तनाव स्तर बढ़ जाता है। इसलिए कई कोच, गम्भीर सहित, ऑनलाइन आक्रमण को सीमित करने की अपील करते हैं।

क्रिस श्रीकांस्थ के टिपण्णी ने विवाद को कैसे बढ़ाया?

श्रीकांस्थ ने राणा को ‘गम्भीर का फेवरेट’ कहकर यह इशारा दिया कि चयन में पक्षपात है। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और कई फैंस ने ‘परची खिलाड़ी’ की तुलना की, जिससे टकराव बढ़ा और राणा पर व्यक्तिगत हमले तेज़ हुए।

भविष्य में इस प्रकार की ताड़ना को रोकने के लिये क्या उपाय किए जा सकते हैं?

क्रिकेट बोर्ड को सोशल मीडिया नीति बनानी होगी, जिसमें व्यक्तिगत अपमान पर प्रतिबंध हो। साथ ही खिलाड़ियों को परामर्श और मनोवैज्ञानिक समर्थन देना जरूरी है, ताकि वे नकारात्मक फीडबैक को संभाल सकें। फैंस को भी क्रिकेट के प्रदर्शन पर ही फोकस करने का अवसर चाहिए।

1 टिप्पणियाँ

  • Ashwini Belliganoor
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Ashwini Belliganoor
    20:58 अपराह्न 10/24/2025

    दुर्भाग्य से कुछ लोग अभी भी चयन में रिश्तेदारी को प्राथमिकता देते हैं यह समस्या बरकरार है

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