क्यों फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन को 'नागरिक युद्ध' का खतरा महसूस हो रहा है

क्यों फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन को 'नागरिक युद्ध' का खतरा महसूस हो रहा है

जून, 26 2024

इमैनुएल मैक्रोन की गंभीर चेतावनी

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने हाल ही में एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि आगामी संसद चुनावों में यदि फा-राइट नेशनल रैली (RN) या हार्ड-लेफ्ट फ्रांस अनबाउड (LFI) को अधिक समर्थन मिला, तो देश 'नागरिक युद्ध' की स्थिति में पहुंच सकता है। उनका यह बयान एक वीरता से भरी चुनावी ऊर्जा के बीच आया है, जहां 30 जून और 7 जुलाई को महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले हैं।

राजनीतिक तनाव की वृद्धि

मैक्रोन ने कहा कि RN और LFI की नीतियां समाज में पहले से मौजूद तनावों को और बढ़ा सकती हैं। उनकी राय में, ये दोनों दल 'वास्तविक समस्याओं' को 'संघर्ष और नागरिक युद्ध' बढ़ाकर संबोधित करेंगे। अपने आलोचकों पर सीधा हमला करते हुए, मैक्रोन ने RN की नीतियों को 'गरीबी कार्यक्रम' के रूप में वर्णित किया और आरोप लगाया कि उनके द्वारा लगाए गए छुपे हुए कर देश की पेंशन प्रणाली पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालेंगे।

FRANCE UNBOWED की आलोचना

इसके अलावा, मैक्रोन ने फ्रांस अनबाउड पर समुदायों के तनावों का चुनावी लाभ के लिए शोषण करने का आरोप लगाया, जिससे लोगों की धार्मिक और जातीय पहचान को प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे समय में जब उनका मध्य-वामपंथी समूह यूरोपीय संघ चुनावों में हार का सामना कर चुका है, उन्होंने तुरंत चुनावों की घोषणा की।

आगामी चुनावों के संभावित परिणाम

आगामी चुनावों के संभावित परिणाम

आगामी चुनावों के परिणाम कितने अनिश्चित हैं, इस पर विचार करते हुए, सर्वेक्षण बताते हैं कि RN को लगभग 36 प्रतिशत समर्थन प्राप्त है, जबकि बाईं ओर का नया लोकप्रिय मोर्चा 29.5 प्रतिशत पर है, और मैक्रोन का मध्यमवर्गीय दल 20.5 प्रतिशत पर है। जटिल मतदान प्रणाली और संभावित गठबंधन इस चुनाव परिणाम को और प्रभावी बना सकते हैं।

विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया

मैक्रोन के इस बयान को विपक्षी नेताओं द्वारा व्यापक रूप से निंदा किया गया है। RN की नेता मरीन ले पेन ने मैक्रोन के तर्कों को कमजोर बताते हुए कहा कि यह उनके चुनाव हारने की आशंका का संकेत है। सेंटर-लेफ्ट सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पैट्रिक कन्नर ने मैक्रोन पर स्थिति पर नियंत्रण खोने का आरोप लगाया, जबकि फ्रांस अनबाउड के जीन-ल्यूक मेलेंशोन ने उन्हें तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया।

मैक्रोन की राजनीतिक चुनौती

वर्तमान में, मैक्रोन के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान उनकी नीतियों को लागू करने के लिए विधायी समर्थन निर्धारित करेंगे। किसी भी प्रमुखता से प्रदर्शन करने वाले फा-राइट या हार्ड-लेफ्ट समूह उनके शासकीय कार्य को गंभीर रूप से सीमित कर सकते हैं।

जनता की राय

आम जनता भी इस चुनावी माहौल में बहुत उत्सुक है। मैक्रोन का बयान और उनके द्वारा खींची गईें सीमाएं राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन चुकी हैं। लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं और हर व्यक्ति इन चुनावों के परिणामों पर निगाहें गड़ाए हुए है।

चुनावों पर प्रभाव

चुनावों पर प्रभाव

चुनावों के परिणाम केवल राजनीतिक दलों और उनके समर्थकों के लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि पुरे देश के भविष्य को भी निर्धारित करने वाले हैं। ये चुनाव एक तरह से फ्रांस की राजनीतिक दिशा को तय करेंगे और इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि आने वाले समय में देश किस मार्ग पर चलेगा।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी, RN और LFI की नीतियों का प्रभाव बहुत व्यापक हो सकता है। मैक्रोन का यह दावा कि RN की नीतियाँ छुपे हुए कर और पेंशन प्रणाली पर असर डालेंगी, यह साफ संकेत देता है कि आर्थिक स्थिरता को भी खतरा हो सकता है। इसके अलावा, फ्रांस अनबाउड की नीतियों को लेकर भी सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

8 टिप्पणियाँ

  • Sri Lakshmi Narasimha band
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Sri Lakshmi Narasimha band
    07:14 पूर्वाह्न 06/28/2024
    मैक्रोन तो अपनी राजनीति के बोझ से दब गया है... जब तक फ्रांस में मुसलमानों को बर्बर कहा जाएगा और गरीबों को टैक्स का बोझ दिया जाएगा, तब तक ये 'नागरिक युद्ध' का डर सिर्फ उनकी अपनी नीतियों का परिणाम है। 🤷‍♂️😂
  • Sunil Mantri
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Sunil Mantri
    07:08 पूर्वाह्न 06/30/2024
    क्या ये सब एक बड़ा ड्रामा है? मैक्रोन ने तो अपने खुद के लिए नीतियां बनाई हैं और अब जब लोग उन्हें रिजेक्ट कर रहे हैं तो वो नागरिक युद्ध की बात कर रहे हैं... बस एक आलसी नेता का बहाना।
  • Nidhi Singh Chauhan
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Nidhi Singh Chauhan
    01:49 पूर्वाह्न 07/ 2/2024
    अरे भाई... ये सब जानबूझकर बनाया गया है। क्या तुमने कभी सोचा कि यूरोपीय यूनियन के पीछे कौन है? ग्लोबलिस्ट्स चाहते हैं कि फ्रांस में अशांति रहे ताकि वो अपनी नई दुनिया बना सकें। मैक्रोन उनका बेटा है। 🕵️‍♀️💣
  • Anjali Akolkar
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Anjali Akolkar
    02:41 पूर्वाह्न 07/ 3/2024
    हर कोई अपनी बात कह रहा है लेकिन क्या कोई सोच रहा है कि आम आदमी क्या चाहता है? बस एक अच्छा घर, नौकरी और सुरक्षा... इतना बहुत है। 🌱❤️
  • srinivas Muchkoor
    के द्वारा प्रकाशित किया गया srinivas Muchkoor
    04:59 पूर्वाह्न 07/ 4/2024
    मैक्रोन को लगता है वो दुनिया का बचाव कर रहा है? बस अपनी नौकरी बचाने के लिए भूखे लोगों को डरा रहा है। जब तक तुम लोगों को अपनी बात नहीं सुनने दोगे, तब तक ये सब चलता रहेगा।
  • Shivakumar Lakshminarayana
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Shivakumar Lakshminarayana
    03:52 पूर्वाह्न 07/ 6/2024
    ले पेन को जीतने दो। फिर देखो कैसे फ्रांस के बाहर वाले बुरे लोग उसे बर्बाद कर देंगे। ये सब एक फेक न्यूज़ कैंपेन है। मैक्रोन अपने पैसे खोने से डर रहा है। लोग जाग रहे हैं। अब तुम लोग भी जागो।
  • Parmar Nilesh
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Parmar Nilesh
    03:33 पूर्वाह्न 07/ 7/2024
    फ्रांस में जो भी हो रहा है वो सिर्फ एक नतीजा है उस बेकार इमिग्रेशन पॉलिसी का जिसे यूरोप ने अपनाया। हम भारत में भी ऐसा नहीं होने देंगे। अगर यहां भी ऐसा होगा तो हम अपने देश को बचाने के लिए खड़े हो जाएंगे। भारत नहीं तो फ्रांस का नाम लेना बंद करो। 🇮🇳🔥
  • Arman Ebrahimpour
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Arman Ebrahimpour
    04:06 पूर्वाह्न 07/ 7/2024
    मैक्रोन ने अपने खुद के देश को बेच दिया... और अब वो डर रहा है कि लोग उसे बदल देंगे। ये तो वही है जो हम भारत में देख रहे हैं... जब लोग अपने देश को बचाने लगे तो वो नेता नागरिक युद्ध की बात करने लगे। ये नीतियां नहीं... ये फिर से एक अंग्रेजी षड्यंत्र है।

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