सित॰, 18 2024
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की घोषित तैयारी
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपने चार वर्षों में पहली बार ब्याज दर कटौती की तैयारी कर ली है। यह महत्वपूर्ण फैसला 18 सितंबर, 2024 को अपनी दो दिवसीय बैठक के समाप्त होने पर किया जाएगा। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन, जेरोम पॉवेल, इस महत्वपूर्ण निर्णय की घोषणा करेंगे और इसका प्रभाव विस्तार से समझाएंगे।
फेडरल रिजर्व का मुख्य उद्देश्य
फेडरल रिजर्व का मुख्य उद्देश्य दोहरा है- स्थिर कीमतें और अधिकतम राजस्व। वर्तमान में, महंगाई दर फेड के दीर्घकालिक लक्ष्य 2% के करीब है, और श्रम बाजार में भी ठंडापन दिख रहा है। ऐसे में, फेडरल रिजर्व ने निर्णय लिया है कि यह उपयुक्त समय है ब्याज दर में कटौती करने का।
महंगाई और श्रम बाजार का प्रभाव
महंगाई की मौजूदा दर और श्रम बाजार की स्थिति फेड के निर्णय का मुख्य आधार हैं। 2022 से फेड ने महंगाई दर बढ़ने के कारण ब्याज दरें बढ़ाई थीं। अब जब महंगाई में स्थिरता आ रही है और श्रम बाजार भी ठंडा हो रहा है, तो नीतिनिर्धारकों का मानना है कि यह सही समय है ब्याज दरों में कटौती का।
नीतिगत निर्धारकों की बहस
नीतिगत निर्धारकों के बीच चर्चा हो रही है कि ब्याज दरों को 25 बेसिस पॉइंट्स या 50 बेसिस पॉइंट्स तक कम किया जाए। कुछ विश्लेषक मानते हैं कि 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है, जबकि कुछ अन्य 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का समर्थन करते हैं।
भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इस निर्णय का भारतीय शेयर बाजार पर भी सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। इस ऐतिहासिक निर्णय का वैश्विक निवेशकों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा और जेरोम पॉवेल के दिशा-निर्देश वैश्विक बाजारों की स्थिति निर्धारित करेंगे।
महत्वपूर्ण समय
यह महत्वपूर्ण बैठक 18 सितंबर को रात 11:00 बजे समाप्त होगी, इसके बाद जेरोम पॉवेल रात 11:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कटौती के बारे में विस्तार से बताएंगे। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सभी आधिकारिक यूएस फेड चैनलों पर लाइव प्रसारित की जाएगी।
अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाला प्रभाव
ब्याज दर में कटौती का फेडरल रिजर्व के दोहरे उद्देश्यों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा और इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इससे न सिर्फ महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सकेगा, बल्कि श्रम बाजार में भी स्थिरता आएगी।
वैश्विक निवेशकों के लिए संदेश
फेड के इस निर्णय का वैश्विक निवेशकों पर भी व्यापक असर पड़ेगा। फेड की ब्याज दर कटौती से वैश्विक निवेशक राहत महसूस कर सकते हैं। साथ ही, बाजार में स्थिरता का माहौल बन सकता है।
कुल मिलाकर, यह निर्णय फेडरल रिजर्व की संबल नीति का प्रतिनिधित्व करता है जो अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करेगा।