वित्त मंत्रालय ने 29 सितंबर को घोषणा की कि CBDT ने 2024‑25 आयकर वर्ष के लिए टैक्स ऑडिट रिपोर्ट की फाइलिंग डेडलाइन 30 सितंबर से बढ़ाकर 7 अक्टूबर 2024 कर दी है। यह कदम इलेक्ट्रॉनिक सबमिशन की तकनीकी समस्याओं को देखते हुए लिया गया है। साथ ही कॉर्पोरेट और ऑडिट वाले टैक्सपेयर्स के लिए ITR फाइलिंग की अंतिम तिथि 15 नवंबर तक बढ़ा दी गई है। विस्तार से पढ़ें कि किन वर्गों को यह राहत मिलेगी और क्या नए नियम हैं।
फाइलिंग डेडलाइन: कब देना है और क्यों जरूरी है?
हर साल हमें कई तरह की फाइलिंग करनी पड़ती है – टैक्स रिटर्न, जीएसटी रिटर्न, कंपनी के वार्षिक रिटर्न, सरकारी योजना की आवेदन फॉर्म या IPO का सब्सक्रिप्शन. अगर इनकी डेडलाइन भूल जाएँ तो जुर्माना, समय की बर्बादी और कभी‑कभी मौका ही नहीं मिलता. इस लेख में हम 2025 की सबसे जरूरी डेडलाइन, उनका महत्व और उन्हें याद रखने के आसान तरीके बताएँगे.
2025 की मुख्य फाइलिंग डेडलाइन
1. आयकर रिटर्न (इंडिविजुअल) – 31 जुलाई 2025 तक. यह अंतिम तिथि है, अगर आप एलेक्ट्रीकली फाइल कर रहे हैं तो 30 जुलाई तक ऑफ़लाइन फॉर्म जमा कर सकते हैं.
2. जीएसटी रिटर्न (GSTR‑1, GSTR‑3B) – हर महीने की 20 तारीख तक. यदि 20 तारीख़ शनिवार या रविवार पड़े तो अगले कामकाजी दिन तक बढ़ जाता है.
3. कंपनी वार्षिक रिटर्न (MGT‑7, AOC‑4) – कंपनी के फिस्कल ईयर के अंत के 30 दिनों के भीतर. उदाहरण के लिए, अगर आपका फिस्कल ईयर 31 मार्च को खत्म होता है तो 30 अप्रैल तक फाइल करना है.
4. सरकारी योजनाओं की फाइलिंग (जैसे Ladki Bahin Yojana, Namo Shetkari Mahasanman Nidhi) – अक्सर स्लेटेड फॉर्म 15 अप्रैल तक जमा करना होता है. हर साल बजट में नया कैलेंडर आता है, इसलिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें.
5. IPO सब्सक्रिप्शन (उदाहरण: Ivalue Infosolutions IPO) – सब्सक्रिप्शन क्लोज़िंग डेट 22 सितंबर 2025 थी. ऐसे ऑफ़र फॉर सेल में देर से प्रवेश करने पर शेयर नहीं मिलते, इसलिए तुरंत ब्रोकर या प्लेटफ़ॉर्म पर सब्सक्राइब करें.
6. परीक्षा संबंधी डेडलाइन (SSC CGL Tier 2 Admit Card, SSC GD Constable Result) – आम तौर पर एडमिट कार्ड 10 दिनों पहले ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं, परिणाम 2‑3 महीने बाद रिलीज़ होते हैं. देर से डाउनलोड करने से प्रवेश रद्द हो सकता है.
डेडलाइन मिस न करने के आसान टिप्स
1. कैलेंडर अलर्ट सेट करें – अपने फोन या गूगल कैलेंडर में ‘फाइलिंग डेडलाइन’ के लिए रिमाइंडर सेट करें. एक हफ़्ता पहले और दो दिन पहले दो रिमाइंडर डालें.
2. एक मासिक चेकलिस्ट बनाएं – हर महीने के शुरू में शेयर, टैक्स, जीएसटी और सरकारी योजना के फॉर्मों की लिस्ट बनाएं. इसे प्रिंट कर फ्रिज पर टांग दें.
3. ऑनलाइन पोर्टल की नोटिफिकेशन चालू रखें – आयकर, जीएसटी और सरकारी योजना की वेबसाइट पर लॉग‑इन करके नोटिफिकेशन ऑन रखें. कई बार ई‑मेल या एसएमएस में रिमाइंडर आता है.
4. डॉक्यूमेंट्स पहले से तैयार रखें – आधार, पैन, बैंक स्टेटमेंट, कंपनी के ऑडिट रिपोर्ट आदि को एक फ़ोल्डर में जमा रखें. फाइलिंग के दिन पेपरवर्क नहीं ढूँढना पड़ेगा.
5. प्रोफेशनल की मदद लें अगर जरूरी हो – टैक्स कंसल्टेंट, चार्टर्ड अकाउंटेंट या कंपनी कॉरपोरेट सेक्शन के एजेंट से सलाह लें. एक छोटी फीस में देर से जुर्माना टाल सकते हैं.
इन सरल कदमों से आप 2025 की सभी फाइलिंग डेडलाइन को मनचाहे आसानी से पूरा कर सकते हैं. याद रखें, समय पर फाइलिंग न सिर्फ दंड बचाती है, बल्कि अवसरों के द्वार भी खोलती है – चाहे वह शेयर मार्केट में प्रवेश हो या सरकारी योजना का लाभ.