महाराष्ट्र सरकार ने Ladki Bahin Yojana के तहत 8 लाख महिलाओं की मासिक राशि 1,500 से घटाकर 500 रुपये कर दी है। जिनको Namo Shetkari Mahasanman Nidhi से 1,000 रुपये मिलते हैं, उनके लिए कुल लाभ पर 1,500 रुपये की कैप लागू है। बजट 46,000 करोड़ से घटकर 36,000 करोड़ हुआ। ई-केवाईसी अनिवार्य है और अपात्रों को हटाने की कार्रवाई जारी है।
Maharashtra बजट 2025 – आपका आसान गाइड
अगर आप महाराष्ट्र में रहते हैं या यहाँ का बिजनेस चलाते हैं, तो बजट की खबरें आपके दिन में असर डालती हैं। राजस्व, खर्च, टैक्स, वर्कशॉप – सब कुछ एक लाइन में समझना मुश्किल लग सकता है, लेकिन हम इसे आसान बनाते हैं। इस लेख में हम सबसे ज़रूरी पॉइंट्स को तोड़‑मरोड़ कर आपके सामने रखेंगे, ताकि आप जल्दी‑जल्दी समझ सकें कि इस बजट का आपका क्या मतलब है।
बजट की मुख्य आय और खर्च
2025 के बजट में महाराष्ट्र सरकार ने कुल अनुमानित राजस्व को लगभग ₹ 2.5 ट्रिलियन बताया है। इसमें से लगभग 55% टैक्स कमाई (GST, प्रोफेशनल टैक्स, एग्रीकल्चर टैक्स) से आएगा, जबकि बाकी 45% नॉन‑टैक्स स्रोत जैसे मुनाफ़ा, लॉटरी और लाइसेंस फीस से आएगा। खर्च का बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास पर जाएगा। स्वास्थ्य खंड को ₹ 30,000 करोड़ और शिक्षा को ₹ 25,000 करोड़ आवंटित किया गया है, जो पिछले साल से 12% और 9% बढ़त दर्शाता है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़ा हाथ दिखा है – सड़क निर्माण, मेेट्रो विस्तार और जल‑संकट हल करने के लिए ₹ 18,000 करोड़ की योजना है। अगर आप रियल एस्टेट या कंस्ट्रक्शन सेक्टर में हैं, तो इस योजना से सीधे फायदेमंद प्रोजेक्ट्स की उम्मीद रख सकते हैं।
नए फैसले और आपके लिए असर
अब बात करते हैं उन ख़ास बातों की, जिनका आपका बटुह पर असर पड़ेगा। सबसे बड़ा बदलाव है परिवहनीय टैक्स (VAT) में कटौती – छोटे व्यापारियों के लिए 5% के करीब कमी लाई गई है, जिससे उनकी लागत कम होगी। साथ ही, वेलफ़ेयर स्कीम के तहत हर साल 1 लाख परिवार को सब्सिडी मिलेंगी, जिससे पीढ़ी‑पेशे के खर्च में राहत मिलेगी।
कृषि सेक्टर के लिए एक नई फसल बीमा योजना आई है, जो केवल 2% प्रीमियम पर 80% बीमा कवर देती है। अगर आप किसान हैं तो ये योजना आपके जोखिम को काफी कम कर सकती है। इसके अलावा, महिला उद्यमियों के लिए विशेष फंड का प्रावधान है – 500 करोड़ रुपये का पूल, जिसमें 30% फंड केवल महिला‑स्वामित्व वाले स्टार्ट‑अप्स को मिलेगा।
बजट में डिजिटल इंडिया पहल भी तेज़ हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाई‑स्पीड इंटरनेट के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसका मतलब है कि ऑनलाइन सीखना, टेली‑हेल्थ और ई‑कॉमर्स के अवसर बढ़ेंगे। अगर आप छोटे व्यवसायी हैं, तो इस नेटवर्क का फायदा उठाकर अपने उत्पादों को दूर‑दराज़ मार्केट्स में बेच सकते हैं।
अंत में, बजट की रीफ़ॉर्म ने पेंशन फंड को 6% औसत रिटर्न देने का लक्ष्य रखा है, जिससे सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट में अधिक सुरक्षा मिलेगी। इस पहल से निजी पेंशन प्लान भी लोकप्रिय हो सकते हैं, इसलिए अपने वित्तीय योजना में एक बार फिर से देखना चाहिए कि क्या बदलाव करना चाहिए।
संक्षेप में, महाराष्ट्र बजट 2025 ने राजस्व बढ़ोतरी, सामाजिक सुरक्षा और इन्फ्रा‑डिवेलपमेंट पर फोकस किया है। अगर आप इन बदलावों को समझ कर अपने खर्च, निवेश या कर प्लान को री‑एडजस्ट करेंगे, तो बजट के फायदों को सीधे अपनी जेब में महसूस कर सकते हैं। अब जब आप सभी मुख्य बिंदु जान गए हैं, तो इस जानकारी को अपने दोस्तों और साथियों के साथ शेयर करें, ताकि सबको बजट का सही मतलब समझ सके।