Ivalue Infosolutions का IPO 22 सितंबर को समाप्त हुआ और पूरी तरह बुक हो गया। शेयरों की कीमत ₹284‑₹299 के बैंड में रखी गई और कुल ₹560.29 करोड़ उठाने की योजना थी। यह 100% ऑफ़र फॉर सेल है, जिसमें मौजूदा शेयरधारकों को ही रक़म मिलेगी। ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट के बावजूद निवेशकों का भरोसा बना रहा। लिस्टिंग 25 सितंबर को बीएसई और एनएसई दोनों पर तय है।
Grey Market Premium क्या है? आसान समझ और उपयोग के टिप्स
जब कोई कंपनी आईपीओ (न्यायिक सार्वजनिक ऑफर) की तैयारी कर रही होती है, तो आधे-आधे शेयर बाजार में पहले से ही ट्रैड होते दिखते हैं। इन्हें Grey Market कहा जाता है। इस ग्रे मार्केट में शेयर की कीमत इश्यू प्राइस से ज्यादा या कम हो सकती है। Grey Market Premium (GMP) वही अतिरिक्त रक़म है जो इश्यू प्राइस के ऊपर मिलती है। अगर इश्यू प्राइस ₹100 है और ग्रे मार्केट में शेयर ₹110 पर ट्रेड हो रहा है, तो GMP ₹10 होगा, यानी 10% प्रीमियम।
Grey Market Premium कैसे निकाला जाता है?
GMP निकालना बहुत आसान है। सबसे पहले आपको दो चीज़ें चाहिए – इश्यू प्राइस और ग्रे मार्केट में ट्रेडिंग रेट। इनको इसी तरह जोड़ें:
GMP = ग्रे मार्केट रेट – इश्यू प्राइस
उदाहरण के तौर पर, मान लीजिए रिलायंस का IPO ₹2,200 में खुल रहा है और ग्रे मार्केट में ट्रेड ₹2,300 पर है। तो GMP = 2,300 – 2,200 = ₹100, यानी 4.5% प्रीमियम। यह जानकारी आम तौर पर वित्तीय पोर्टल, ब्रोकर्स या WhatsApp ग्रुप्स में मिल जाती है।
Grey Market Premium को निवेश में कैसे उपयोग करें?
GMP को समझना सिर्फ आंकड़े देखना नहीं है, बल्कि आपको यह बताता है कि बाजार में उस शेयर की मांग कितनी है। अगर प्रीमियम बहुत ज़्यादा है, तो कई निवेशक सोचते हैं कि IPO में हिस्सेदारी लेने से पहले मूल्य गिरने का जोखिम है। वहीं, नकारात्मक या बहुत कम प्रीमियम दर्शाता है कि शेयर की डिमांड कम है, जो कई बार बेहतर एंट्री पॉइंट भी बन सकता है।
इसे अपने निर्णय में शामिल करने के लिए:
- प्रिमियम 5% से 10% के बीच हो तो अक्सर IPO सफल माना जाता है, पर रिस्क कम नहीं होता।
- 10% से ऊपर का प्रीमियम संकेत करता है कि बहुत ज़्यादा हाइप है, जिससे पोस्ट‑ऑफ़र में कीमत तेजी से गिर सकती है।
- नकारात्मक प्रीमियम दिखाता है कि शेयर कम मांग में है, पर कुछ मामलों में यह एक अंडरराटा शेयर भी हो सकता है।
ध्यान रखें कि GMP सिर्फ एक संकेतक है। इसे अकेले इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कंपनी की फंडामेंटल्स, उद्योग की स्थिति और आपके जोखिम प्रोफ़ाइल को भी देखना ज़रूरी है।
अंत में, अगर आप पहली बार IPO में निवेश कर रहे हैं, तो छोटे‑छोटे प्रीमियम वाले शेयरों से शुरुआत करें। इससे शुरुआती नुकसान कम रहेगा और सीखने का मौका मिलेगा। अनुभव बढ़ने पर धीरे‑धीरे हाई प्रीमियम वाले स्टॉक्स को भी देखें, पर हमेशा स्टॉप‑लॉस सेट करना न भूलें।
Grey Market Premium को समझना आपके निवेश को स्मार्ट बनाने का पहला कदम है। इसे अपने रिसर्च में जोड़ें और देखिए कैसे आपका पोर्टफ़ोलियो बेहतर दिशा में बढ़ता है।