Ivalue Infosolutions IPO का सारांश
Ivalue Infosolutions IPO ने 22 सितंबर को अपनी सब्सक्रिप्शन अवधि समाप्त की और अंतिम दिन ही पूरी बुकिंग हासिल कर ली। बैंड प्राइस ₹284 से ₹299 तक रखा गया था, जिससे कंपनी ₹560.29 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखती थी। लेकिन यह 100% ऑफ़र फॉर सेल है, यानी पूरी राशि मौजूदा शेयरधारकों, जैसे प्राइवेट इक्विटी फर्म Creador और प्रमोटर्स को ही मिलेगी, कंपनी को नहीं।
सब्सक्राइबर्स ने दिखाया कि कंपनी के बिजनेस मॉडल में भरोसा है, हालांकि ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) थोड़ा घटा। इस गिरावट से संकेत मिलता है कि शुरुआती उत्साह थोड़ा ठंडा हुआ, पर निवेशकों ने फिर भी बड़ी मात्रा में शेयर खरीदे।
मुख्य आंकड़े और शेयरधारकों की जानकारी
बेंगलुरु में 2008 में स्थापित Ivalue Infosolutions, एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस में माहिर है। कंपनी साइबरसिक्यूरिटी, डेटा सेंटर इन्फ्रास्ट्रक्चर, एप्लिकेशन लाइफ़साइकल मैनेजमेंट और हाइब्रिड क्लाउड जैसी सेवाएँ देती है। 100 से अधिक OEMs, जैसे Check Point, Splunk, Google Cloud और Nutanix के साथ साझेदारी इसे मजबूत बनाती है।
- क्लाइंट बेस: 8,000 से अधिक ग्राहक, जिसमें BFSI, सरकारी, टेलीकॉम, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर शामिल हैं।
- एंकर इन्वेस्टर्स के लिए लॉक‑इन: 50% शेयर 23 अक्टूबर तक, बाकी 23 दिसंबर तक।
- ऑफ़र फॉर सेल की टाइमलाइन: आवंटन 23 सितंबर, रिफंड और शेयर क्रेडिट 24 सितंबर, लिस्टिंग 25 सितंबर (बीएसई और एनएसई)।
कंपनी का बिजनेस मॉडल ‘कस्टमर लाइफ़साइकल एडॉप्शन (CLCA)’ पर आधारित है, जो प्लानिंग से लेकर पोस्ट‑सेल सपोर्ट तक का पूरा चक्र कवर करता है। Frost & Sullivan ने इसे भारत की तेज़ी से बढ़ती टेक्नोलॉजी सर्विसेज कंपनियों में से एक के रूप में मान्यता दी है। ग्राहक के डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन में सुरक्षा, डेटा मैनेजमेंट और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में Ivalue की भूमिका अहम है।