रूस ने की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी, नए विश्व व्यवस्था के निर्माण का प्रयास

रूस ने की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी, नए विश्व व्यवस्था के निर्माण का प्रयास

अक्तू॰, 22 2024

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का महत्व

ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों का समूह वर्तमान में वैश्विक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रूस, जिसने इस बार की मेजबानी का जिम्मा उठाया है, इस मंच का उपयोग दुनिया की वर्तमान एकध्रुवीय व्यवस्था को चुनौती देने के लिए कर रहा है। पुतिन ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की आवश्यकता है। इस दृष्टिकोण के माध्यम से रूस अपने प्रभाव का विस्तार करते हुए वैश्विक राजनीति में एक नया संतुलन स्थापित करना चाहता है।

रूसी वैश्विक रणनीति

राष्ट्रपति पुतिन की वैश्विक रणनीति स्पष्ट है: रूस वैश्विक मामलों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है। वर्तमान सम्मेलन रूस के लिए एक मंच है जहां वह अपने सहयोगियों के साथ संबंधों को मज़बूती प्रदान कर सकता है। यह सम्मेलन न केवल राजनीतिक वार्ता के लिए बल्कि आर्थिक सहयोग और सुरक्षा पर चर्चा के लिए भी महत्वपूर्ण है। पुतिन का यह कदम रूस के बढ़ते आत्मविश्वास और पश्चिमी ताकतों के प्रभाव को चुनौती देने की उसकी क्षमता को दर्शाता है।

ब्रिक्स देशों के मुद्दे

ब्रिक्स देशों के मुद्दे

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल देशों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। जिसमें वे आर्थिक विकास, वैश्विक मुद्दे, सुरक्षा, और अन्य कई तत्वों पर खुलकर संवाद कर सकते हैं। इस मंच पर सभी देशों को समान रूप से अपनी बात रखने का अवसर दिया जाता है। देशों में आपसी सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा होती है। साथ ही, वैश्विक अर्थव्यवस्था में संतुलन लाने के लिए नए उपायों पर भी विचार किया जाता है।

रूस के लिए रणनीतिक महत्व

रूस ने इस अवसर का उपयोग करके पश्चिमी देशों को दिखा दिया है कि वह भी एक महत्वपूर्ण शक्ति है। अपने विशेषाधिकार और रणनीतिक महत्ता के कारण रूस ने ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी करते हुए वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाया है। पुतिन के नेतृत्व में, रूस ने अपना ध्यान विकासशील देशों की ओर केंद्रित किया है, ताकि वे भी वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।

वैश्विक प्रभाव और परिणाम

वैश्विक प्रभाव और परिणाम

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, जो दसियों राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करता है, वैश्विक राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। दुनिया के कई हिस्सों में अस्थिरता और आर्थिक कठिनाइयों के दौरान यह सम्मेलन देशों को एकजुट कर सकता है। अंततः, एक नए विश्व व्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए इस प्रकार के मंच महत्वपूर्ण होते हैं।

अंतरराष्ट्रीय समन्वय का भविष्य

पुतिन की योजना स्पष्ट है: पुराने ढांचागत ढांचे को चुनौती देकर एक नई गतिकी की स्थापना। दुनिया में निरंतर परिवर्तनशील परिदृश्य और अस्थिरता के बीच, इस तरह के प्रयास सही दिशा में नई दिशा देने की क्षमता रखते हैं। इस सम्मेलन के परिणाम आने वाले समय में विश्व राजनीति के चिह्नक साबित हो सकते हैं।

9 टिप्पणियाँ

  • Animesh Shukla
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Animesh Shukla
    01:32 पूर्वाह्न 10/23/2024
    ये ब्रिक्स का मंच असल में एक नए युग की शुरुआत है... पश्चिम की एकध्रुवीय व्यवस्था अब टिक नहीं रही, और ये सब देश एक साथ खड़े होकर देख रहे हैं कि दुनिया कैसे बदल रही है। अगर हम अपनी आर्थिक स्वतंत्रता और वित्तीय प्रणालियों को अलग कर लें, तो डॉलर का एकाधिकार टूट सकता है... ये सिर्फ राजनीति नहीं, ये तो एक नए संस्कृति की शुरुआत है।
  • Abhrajit Bhattacharjee
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Abhrajit Bhattacharjee
    23:17 अपराह्न 10/24/2024
    पुतिन की ये रणनीति बहुत समझदारी से चल रही है। उसने सिर्फ रूस के लिए नहीं, बल्कि पूरे विकासशील विश्व के लिए एक वैकल्पिक मार्ग खोल दिया है। अगर हम अपने देशों के बीच रुपया-रूबल-युआन व्यापार को बढ़ाएं, तो वैश्विक आर्थिक शक्ति का केंद्र बदल जाएगा। ये सिर्फ एक सम्मेलन नहीं, ये एक क्रांति है।
  • Raj Entertainment
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Raj Entertainment
    10:03 पूर्वाह्न 10/26/2024
    भाईयों, ये ब्रिक्स वाला चक्कर अच्छा है लेकिन हम भारत के लिए क्या फायदा? हमारे यहाँ तो अभी बिजली नहीं चल रही, और वहाँ नए करेंसी के बारे में बातें हो रही हैं। ये सब तो बड़ी बात है, लेकिन गाँव वालों के लिए तो एक अच्छा रोटी का टुकड़ा ज्यादा मायने रखता है।
  • Manikandan Selvaraj
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Manikandan Selvaraj
    06:44 पूर्वाह्न 10/27/2024
    ये सब झूठ है भाई साहब पुतिन के पास अब कुछ नहीं बचा और वो अपनी हार को ब्रिक्स के नाम से ढक रहा है अमेरिका और यूरोप ने उसे घेर लिया है और अब वो बस एक बड़ा बकवास कर रहा है और हम सब उसके नाटक में नाच रहे हैं
  • Naman Khaneja
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Naman Khaneja
    00:01 पूर्वाह्न 10/29/2024
    ये तो बहुत बढ़िया बात है 😊 हम भी अपने देश को मजबूत बनाएंगे और दुनिया को दिखाएंगे कि हम भी कुछ कर सकते हैं 💪 जय हिंद 🇮🇳
  • Gaurav Verma
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Gaurav Verma
    09:19 पूर्वाह्न 10/29/2024
    ब्रिक्स एक बड़ा धोखा है... चीन और रूस अपनी खुद की नीति चला रहे हैं... भारत बस उनके नीचे चल रहा है... अगर ये वाकई बराबरी थी तो हमारा डॉलर नहीं गिरता... ये सब बस एक आवाज़ है... असली ताकत अभी भी वाशिंगटन में है।
  • Fatima Al-habibi
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Fatima Al-habibi
    10:01 पूर्वाह्न 10/30/2024
    क्या ये सब सिर्फ एक राजनीतिक नाटक है? जब तक ब्रिक्स देशों के बीच एक सामान्य नीति नहीं बनेगी, तब तक ये सिर्फ एक फोटो शूट होगा... और फिर कुछ नहीं होगा। बात तो बहुत अच्छी है... लेकिन व्यवहारिकता कहाँ है?
  • Nisha gupta
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Nisha gupta
    15:17 अपराह्न 10/30/2024
    एक नए विश्व की आवश्यकता है... लेकिन ये नया विश्व क्या होगा? क्या ये बस एक नए अधिकार का वितरण होगा? या फिर ये एक नए आधार पर विकास का साझा सपना होगा? यदि हम विश्वास, सम्मान और आपसी लाभ के आधार पर बनाएं, तो ये वास्तविक बदलाव होगा... नहीं तो ये भी एक नया साम्राज्य बन जाएगा।
  • Roshni Angom
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Roshni Angom
    01:28 पूर्वाह्न 10/31/2024
    इस ब्रिक्स सम्मेलन को देखकर लगता है कि दुनिया धीरे-धीरे अपने रास्ते ढूंढ रही है... पश्चिम की एकल शक्ति अब नहीं चलेगी... लेकिन हमें ये भी समझना होगा कि नए साझेदारी में भी असमानता नहीं होनी चाहिए... अगर हम सब एक दूसरे की आवाज़ सुनेंगे, तो ये वाकई एक नया युग बन सकता है... बस इतना याद रखना है कि शक्ति का उपयोग नियंत्रण के लिए नहीं, बल्कि समानता के लिए होना चाहिए।

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