प्रसिद्ध अभिनेता अतरुल पर्चूर के निधन से बॉलीवुड और मराठी सिनेमा में शोक की लहर

प्रसिद्ध अभिनेता अतरुल पर्चूर के निधन से बॉलीवुड और मराठी सिनेमा में शोक की लहर

अक्तू॰, 15 2024

अतरुल पर्चूर: अभिनय की दुनिया में एक अनोखा चमकता सितारा

अतरुल पर्चूर की गिनती उन अभिनेताओं में होती है जिनकी कला और गुणवत्ता को हमेशा सराहा गया। मराठी और हिंदी सिनेमा में उन्होंने एक लंबा समय बिताया, जिसमें उन्होंने कई यादगार किरदार निभाए। उनकी विशेषता यह रही कि वे हर प्रकार के किरदार में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे। चाहे वो हास्य भूमिका हो या एक गंभीर किरदार, उन्होंने हर बार नया अंदाज़ प्रस्तुत करके दर्शकों का मनोरंजन किया।

अभिनय के सफर की शुरुआत

अतरुल पर्चूर का जन्म एक उपकरणीय परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें अभिनय का शौक रहा और इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए उन्होंने अपने सपनों का पीछा किया। उनका फिल्मी करियर शुरू हुआ मराठी थिएटर से, जहां उन्होंने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मराठी सिनेमा के बाद उन्होंने बॉलीवुड की ओर रुख किया और वहां भी अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाया।

उन्होंने अपने अभिनय करियर में 'पार्टनर', 'बिल्लू', 'ऑल द बेस्ट' जैसे फिल्मों में प्रमुख किरदार निभाए। अपनी हास्यभूमिका के लिए वे विशेष रूप से जाने जाते थे, लेकिन उनका हुनर सिर्फ इसी तक सीमित नहीं था। रोमांटिक और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों में भी वे बेहतरीन प्रदर्शन करते थे।

टेलीविजन का सफर

फिल्मों के अलावा अतरुल पर्चूर ने टेलीविजन में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने 'द कपिल शर्मा शो', 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल', 'यम हैं हम' जैसे लोकप्रिय शो में काम किया। इन शोज में उनकी उपस्थिति ने हमेशा दर्शकों का मनोरंजन किया और उनके दिलों में एक खास जगह बनाई। उनकी कॉमिक टाइमिंग इतनी सटीक थी कि वे एक दर्शक की मुस्कान का कारण बन जाते थे।

कैंसर की जंग और अंतिम विदाई

अतरुल पर्चूर ने जीवन के अंतिम पलों में कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ी। उन्हें लिवर में 5 सेंटीमीटर का ट्यूमर था जिसके कारण उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने हर संभव इलाज करवाया, लेकिन अंततः 14 अक्टूबर 2024 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन से पूरा सिनेमा जगत शोक में है।

अभिनेता के निधन के पश्चात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित तमाम हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पर्चूर ने अपने जीवनकाल में जो प्रभाव डाला वह उनकी मृत्यु के बाद भी जिंदा रहेगा। उनके जाने से मराठी और बॉलीवुड इंडस्ट्री में जो कमी आई है, उसे भरना बेहद कठिन होगा।

उद्योग पर प्रभाव

उद्योग पर प्रभाव

अतरुल पर्चूर का योगदान सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं था, उन्होंने सभी तरह के मनोरंजन माध्यमों पर अपनी छाप छोड़ी। कलाकारों के साथ उनके काम करने का तरीका ऐसा था कि हर कोई उनके साथ काम करने के लिए इच्छुक रहता था। अपने आत्मीय और सौम्य स्वभाव के कारण वे हमेशा दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहे।

उनका जाना सिनेमा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी विरासत नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। उनकी यादों के साथ उनके फैन्स और परिवार उनकी कला को जीवित रखने में मदद करेंगे।

निःसंदेह, अतरुल पर्चूर एक अद्वितीय प्रतिभा थे जिनका जीवन और करियर आने वाले समय के अभिनेताओं के लिए मार्गदर्शक रहेगा। उन्होंने साबित कर दिया कि लगन और मेहनत से कुछ भी असंभव नहीं होता। चाहे जीवन कितना भी कठिन क्यों न हो, उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपनी कला के प्रति समर्पित रहे।

7 टिप्पणियाँ

  • Manvika Gupta
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Manvika Gupta
    15:01 अपराह्न 10/16/2024
    उनकी हंसी सुनकर मैं रो पड़ती थी... और अब उनकी याद आए तो फिर रो पड़ती हूँ। कोई ऐसा नहीं होगा जो इतना दिल से हंसाए।
    बस एक बार उनकी फिल्म देख लूँगी और फिर शांत हो जाऊँगी।
  • leo kaesar
    के द्वारा प्रकाशित किया गया leo kaesar
    04:04 पूर्वाह्न 10/17/2024
    ये लोग तो हमेशा ऐसे ही जाते हैं जब हम तैयार नहीं होते।
    पार्टनर में उनका डायलॉग 'मैं तो बस इतना चाहता हूँ कि तुम मुस्कुराओ' अब मुझे रोने पर मजबूर कर देता है।
    कोई बात नहीं अब वो अब आसमान में हंस रहे होंगे।
  • Ajay Chauhan
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Ajay Chauhan
    09:47 पूर्वाह्न 10/18/2024
    अरे ये सब रोना क्यों? इतने सालों से उन्होंने बस कॉमेडी की फिल्में बनाईं।
    क्या उन्होंने कभी एक असली ड्रामा फिल्म नहीं की? ये सब ट्रोल है।
    कलाकार तो हर दिन मरते हैं, लेकिन इतना धमाका क्यों?
  • Taran Arora
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Taran Arora
    10:16 पूर्वाह्न 10/18/2024
    मराठी थिएटर से शुरू करके बॉलीवुड तक जो यात्रा की वो एक अद्भुत अफसाना है।
    उन्होंने सिर्फ एक्टिंग नहीं की, उन्होंने जीवन को सिखाया कि हंसी भी एक शक्ति है।
    उनके बिना टीवी शो अब बोरिंग लगेंगे।
    हर नए एक्टर को उनकी फिल्में देखनी चाहिए।
    वो एक ऐसे इंसान थे जिन्होंने अपने दिल से काम किया।
    उनकी याद आए तो बस एक बार उनका डायलॉग दोहरा दो।
    और फिर मुस्कुरा जाओ।
    ये उनकी इच्छा थी।
    उन्होंने हमें जीना सिखाया।
    अब हमें उनके लिए हंसना है।
    क्योंकि जो हंसता है वो उसे नहीं भूलता।
  • Atul Panchal
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Atul Panchal
    22:12 अपराह्न 10/19/2024
    ये सब बातें बस नेशनलिस्ट बनने का नुकसान है।
    हमारे देश में तो ऐसे लोगों की कमी है जो असली काम करें।
    उन्होंने तो बस फिल्मों में हंसाया।
    क्या इसी लिए उनका निधन राष्ट्रीय शोक है?
    हमारे यहाँ तो एक बार बैंक रैकिंग करने वाले का भी ट्रैजेडी बन जाता है।
    ये सब जाहिर है एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का लॉबींग।
  • Shubh Sawant
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Shubh Sawant
    06:58 पूर्वाह्न 10/21/2024
    अरे भाई ये तो हमारे देश का असली खजाना था! उन्होंने तो हर घर में मुस्कान बिखेर दी।
    मैंने तो उनकी फिल्म देखकर अपने बच्चे को भी हंसाया।
    ये लोग तो देश के लिए जीते थे।
    हमारे बच्चे उनके नाम को याद रखेंगे।
    हम उनके लिए गर्व करते हैं।
  • Patel Sonu
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Patel Sonu
    15:27 अपराह्न 10/21/2024
    इंडस्ट्री में इतना टैलेंट नहीं मिलता जो इतने लंबे समय तक बना रहे।
    उनकी एक्टिंग टेक्नीक बहुत स्पेशल थी।
    कोई भी एक्टर उनकी टाइमिंग नहीं कर पाएगा।
    उनका जाना एक बड़ा लॉस है।
    हमें उनके जैसे लोगों को निखारना चाहिए।
    अगली पीढ़ी को इस लेवल तक पहुँचना होगा।

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