जून, 3 2024
शतरंज में प्रग्गानंधा की अद्वितीय उपलब्धि
आर. प्रग्गानंधा के लिए नार्वे शतरंज 2024 का टूर्नामेंट अविस्मरणीय बन गया है। इस युवा शतरंज खिलाड़ी ने राउंड 5 में विश्व नंबर 2 फाबियानो कारुआना को मात देकर शतरंज जगत में हलचल मचा दी। इस जीत ने उन्हें फीडे रैंकिंग्स में शीर्ष दस में प्रवेश दिलवाया, जो उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि है। गौरतलब है कि इससे पहले, राउंड 3 में उन्होंने विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन को भी हराया था, जिसने उनकी प्रतिभा को वैश्विक मंच पर स्थापित किया।
वैशाली का शानदार प्रदर्शन
प्रग्गानंधा की बहन आर. वैशाली भी नार्वे शतरंज 2024 में शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने चीन की लेई टिंग्जी को आर्मागेडन में हराकर महिलाओं के वर्ग में बढ़त हासिल की। उनकी इस जीत ने उन्हें भी फीडे रैंकिंग्स में शीर्ष दस के करीब पहुंचा दिया है। वैशाली का यह प्रदर्शन भारतीय शतरंज के लिए गर्व का विषय है।
हॉकी और मुक्केबाजी में भारतीय खिलाड़ियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
नार्वे शतरंज टूर्नामेंट के साथ ही भारतीय खिलाड़ियों ने अन्य खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। थाईलैंड में हो रहे ओलंपिक क्वालीफायर्स में भारत के मुक्केबाज जयस्विन लम्बोरिया और सचिन सिवाच ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर पेरिस ओलंपिक के कोटे की दिशा में कदम बढ़ाए। वहीं, भारतीय हॉकी टीम ने एफआईएच प्रो लीग में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मुकाबला जीतकर अपनी स्थिति मजबूत की।
फ्रेंच ओपन में भारतीय खिलाड़ी
फ्रेंच ओपन में भी भारतीय खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन जारी है। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने अपने मैच में दमदारी से हिस्सा लिया, जबकि डीपी मनु ने ताइवान ओपन में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया। इसके अलावा, फ्रेंच ओपन में पुरुष युगल मुकाबलों के प्रीक्वार्टर फाइनल में बालाजी-मार्टिनेज की जोड़ी ने भी अपनी जगह बनाई।
भविष्य के लिए उम्मीदें
प्रग्गानंधा और वैशाली के यह असाधारण प्रदर्शन न केवल शतरंज में, बल्कि अन्य खेलों में भी भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में अपने शानदार प्रदर्शनों से यह साबित कर दिया है कि वे विश्व स्तर पर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।