सित॰, 11 2024
टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट की संभावनाएं
टाटा मोटर्स के शेयरधारकों के लिए यह खबर थोड़़ी चिंताजनक साबित हो सकती है। विश्व प्रसिद्ध ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने टाटा मोटर्स के शेयर को 'बेंचने की सलाह' दी है और इसके शेयर में 20% की गिरावट का अनुमान जताया है। यह अनुमान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि टाटा मोटर्स लगभग हर भारतीय निवेशक के पोर्टफोलियो का हिस्सा है।
मांग और छूट की स्थिति
यूबीएस का मानना है कि टाटा मोटर्स के बाजार में मांग में गिरावट आ रही है और कंपनी द्वारा बढ़ती छूटों की पेशकश की जा रही है। लागत में बढ़ोतरी और कम वेंडर सप्लाई जैसे कई कारणों से वित्तीय वर्ष 2022-2026 के दौरान कंपनी की आय पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। विशेष रूप से, जगुआर लैंड रोवर (JLR) की बिक्री में गिरावट के चलते कंपनी का अधिकांश राजस्व प्रभावित हो सकता है।
हार्ड हिटिंग डेटा
संख्या कभी नहीं झूठ बोलतीं और यूबीएस के तथ्य भी इसकी पुष्टि करते हैं। टाटा मोटर्स के शेयरों में पिछले नौ सत्रों से लगातार गिरावट जारी है। इसकी अंतिम छूटी में 5.6% की गिरावट देखी गई। निफ्टी 50 और निफ्टी ऑटो इंडेक्स में यह स्टॉक शीर्ष घाटे में रहा। JLR के लिए ऑर्डर की संख्या भी प्री-पेंडमिक स्तरों से कम हो गई है।
फेस्टिवल सीजन की तैयारी
त्योहारों की सीजन के चलते टाटा मोटर्स ने घरेलू वाहनों पर 2.05 लाख रुपये तक की छूट की घोषणा की है। हालांकि, यूबीएस का मानना है कि यह भी कंपनी की वित्तीय स्थिति को बहुत राहत नहीं दे पाएगा।
यूरोप में मांग की कमी
यूरोपियन बाजार में मांग की कमी भी एक बड़ा कारण है। पहली तिमाही में JLR का होलसेल वॉल्यूम सिर्फ 5% ही बढ़ पाया है, जो पिछले दो वर्षों में सबसे धीमा वृद्धि है। अगस्त में बिक्री में भी 8.1% साल-दर-साल की गिरावट दर्ज की गई।
क्या कहते हैं अन्य विश्लेषक?
यूबीएस की चेतावनी के विपरीत, बाजार में अन्य कई विश्लेषकों का मानना है कि टाटा मोटर्स के शेयर अब भी निवेश करने लायाक हैं। बाजार में विश्लेषकों का औसत दृष्टिकोण 'खरीदने' का है और उनके अनुसार शेयर का मूल्य 1200 रुपये तक जा सकता है। लेकिन निवेशकों को यूबीएस की चेतावनी पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि वर्तमान चेतावनी ने बाजार को हिला दिया है।
निवेशकों के लिए क्या करें?
निवेशकों को अगले कुछ महीनों में सतर्क रहना आवश्यक है। बढ़ती छूट और व्यापक कठिनाइयों के चलते निवेशकों को हर कदम फूंक-फूंक कर रखना होगा। स्टॉक बाजार की यह अस्थिरता कभी-कभी उम्मीद से भी बड़ा हो सकता है। समझदारी और ध्यानपूर्वक निवेश ही अच्छी रणनीति हो सकती है।
संपूर्ण विश्लेषण करते समय एक बात तो साफ है कि टाटा मोटर्स का भविष्य फिलहाल अनिश्चितता के दौर में है। बढ़ती छूट, गिरती मांग और यूरोपीय बाजार की सुस्ती से कंपनी को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जगुआर लैंड रोवर की बिक्री भी इसमें बड़ा हिस्सा निभाती है, और उसमें आई गिरावट निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर सकती है।