सित॰, 9 2024
पैरालिंपियन नवदीप सिंह: संघर्ष और मानसिक मजबूती से कैसे जीता स्वर्ण पदक
हर किसी की जीवन यात्रा संघर्षों और चुनौतियों से भरी होती है, लेकिन जब बात आती है पैरालिंपिक्स की, तो इस संघर्ष की परिभाषा ही बदल जाती है। नवदीप सिंह, जो कि अब एक स्वर्ण पदक विजेता पैरालिंपियन हैं, उनकी कहानी भी इसी चुनौतीपूर्ण यात्रा का एक जीवंत उदाहरण है।
भारत टुडे की पूजा शाली के साथ एक विशेष बातचीत में नवदीप सिंह ने अपने जीवन की शुरुआत से लेकर पैरालिंपिक में सफल होने तक के सफर को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे इन संघर्षों ने न सिर्फ उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाया है, बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी दी है।
नवदीप का कहना है कि एक खिलाड़ी के रूप में उन्होंने कई अहम् पड़ाव पार किए हैं। वे कहते हैं कि उनके इसी जुनून और हौसले ने उन्हें उन ऊंचाइयों तक पहुँचाया है जो उन्होंने आज हासिल की हैं। नवदीप का कहना है कि उनके खेल के प्रति समर्पण और उनकी मानसिक ताकत ही उनकी सफलता का मूलभूत कारण है।
संघर्ष के अहम मोड़
जब नवदीप से उनके करियर के महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण पलों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कई भावुक किस्से साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे कई बार उन्हें शारीरिक और मानसिक स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा। नवदीप मानते हैं कि इन कठिन पलों ने उन्हें और भी मजबूत बना दिया।
नवदीप के लिए एक अहम् मोड़ वह था, जब एक वायरल वीडियो ने उनकी भावनाओं को सबके सामने लाकर रख दिया। उस वीडियो में वे एक खास मौके पर अपने सारे फ्रस्ट्रेशन का इजहार कर रहे थे। उन्होंने इस बारे में कहा कि यह एक ऐसा पल था जहां वे अपनी सारी भावनाएं बाहर निकाल पाए।
नवदीप के लिए मानसिक मजबूती एक बहुत बड़े सहारे का काम करती है, उन्होंने कहा। कई बार खेल के दौरान ऐसे मौके आए जब उन्होंने खुद को बहुत असहाय महसूस किया, लेकिन उन्हीं पलों में उनकी मानसिक शक्ति ने उन्हें उठकर खड़ा होने और आगे बढ़ने की शक्ति दी।
वायरल वीडियो और इसका प्रभाव
नवदीप के जीवन में एक ऐसा भी क्षण आया जब उन्होंने अपनी भावनाओं को बिना किसी झिझक के सामने रखा। एक वायरल वीडियो में नवदीप ने अपने सारे तनाव और निराशा को व्यक्त कर दिया। इस वीडियो ने न सिर्फ नवदीप को एक नई पहचान दिलाई, बल्कि उनकी मानसिक मजबूती और खेल के प्रति उनके समर्पण को भी दुनिया के सामने लाकर रख दिया।
उन्होंने बताया कि उस वीडियो ने उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ ला दिया। उनकी ईमानदारी और हर चुनौती का सामना करने की उनकी मानसिकता ने लाखों लोगों को प्रेरित किया। नवदीप का मानना है कि उनकी यह स्पष्टता और सच्चाई ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
नवदीप की इस यात्रा में उनके परिवार और मित्रों का योगदान भी कम नहीं रहा। उन्होंने इस सफर के दौरान नवदीप का हर कदम पर समर्थन किया और उन्हें कभी कमजोर नहीं पड़ने दिया। नवदीप का कहना है कि उनके ये रिश्ते उनकी सबसे बड़ी पूंजी हैं और इनसे उन्हें हमेशा प्रेरणा मिलती रही है।
मानसिक मजबूती का महत्व
नवदीप ने मानसिक मजबूती को अपने जीवन का एक अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि खेल में सफलता पाने के लिए न केवल शारीरिक बल की जरूरत होती है, बल्कि मानसिक मजबूती भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
उनका कहना है कि प्रत्येक खिलाड़ी के जीवन में ऐसे मौके आते हैं जब उन्हें लगता है कि वे हार जाएंगे, लेकिन अगर उनके पास मानसिक ताकत है, तो वे उन कठिनाइयों को पार कर सकते हैं। नवदीप ने बताया कि उन्होंने कई बार मानसिक तनाव और संघर्ष का सामना किया, लेकिन उनका आत्मविश्वास उन्हें हर बार वापस खड़ा होने में मदद करता है।
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे meditation और योगा ने उनकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद की है। नवदीप ने बताया कि वे नियमित रूप से meditation करते हैं, जिससे उन्हें मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।
भविष्य की उम्मीदें
नवदीप अब अपने अनुभवों और संघर्षों को एक प्रेरणा का स्रोत बनाना चाहते हैं। वे उम्मीद करते हैं कि उनकी कहानी से दूसरे लोग भी प्रेरित होंगे और वे भी अपनी चुनौतियों का सामना कर सकेंगे। नवदीप का कहना है कि वे अब नए लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रहे हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी मेहनत और मानसिक शक्ति उन्हें और ऊंचाइयों तक लेकर जाएगी।
उनके अनुसार, जीवन में जो भी कठिनाइयां आती हैं, वे हमें और मजबूत बनाने के लिए ही होती हैं। बस हमें उन्हे समझने और उनका सामना करने की जरूरत होती है। नवदीप की कहानी एक ऐसी प्रेरणा है जो हमें बताती है कि जब हमारे पास आत्मविश्वास और मानसिक ताकत है, तो हम किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं।