निशांत देव ने पेरिस ओलंपिक्स में क्वार्टर-फाइनल में बनाई जगह

निशांत देव ने पेरिस ओलंपिक्स में क्वार्टर-फाइनल में बनाई जगह

अग॰, 4 2024

निशांत देव का क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश

भारतीय बॉक्सर निशांत देव ने पेरिस ओलंपिक्स में मैक्सिको के मार्को अलोंसो को हरा कर क्वार्टर-फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया है। यह मुकाबला 3 अगस्त 2024 को पेरिस ला डिफ़ेंस एरेना में हुआ, जहाँ निशांत ने अपने अद्वितीय कौशल और संकल्प का शानदार प्रदर्शन किया। इस मुकाबले में दोनों बॉक्सर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन निशांत ने अपने कदम को मजबूत रखा और जीत हासिल की।

कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम

निशांत की इस शानदार जीत से भारतीय बॉक्सिंग को एक नई उम्मीद मिली है और यह उनके कठिन परिश्रम और खेल के प्रति उनकी समर्पण का जीता-जागता प्रमाण है। मैक्सिको के मार्को अलोंसो के खिलाफ निशांत का प्रदर्शन उनके बॉक्सिंग करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा सकता है। इससे पहले भी निशांत ने कई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारतीय तिरंगे को ऊंचा किया है, लेकिन ओलंपिक्स में यह जीत उनके लिए और भी खास है।

प्रशंसकों की खुशी और सम्मान

भारत के विभिन्न हिस्सों से आए निशांत के फैंस और समर्थक इस जीत का भरपूर आनंद उठा रहे हैं और अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रशंसा और बधाई संदेशों की बाढ़ सी आई हुई है। निशांत के इस अनूठे प्रदर्शन के बाद अब सभी की उम्मीदें उनके अगले मुकाबले पर हैं। देशभर में निशांत के खेल के प्रति समर्पण और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भेजी जा रही हैं।

क्वार्टर-फाइनल की तैयारी

अब निशांत ने क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश कर लिया है, जहां उन्हें और भी कठिन विरोधियों का सामना करना होगा। उनकी इस यात्रा में आने वाली चुनौतियों को देखते हुए उनकी तैयारी और भी महत्वपूर्ण हो गई है। बॉक्सिंग विशेषज्ञों का मानना है कि निशांत के पास वह सभी गुण हैं जो उन्हें एक उच्च स्तर का खिलाड़ी बनाते हैं - उत्कृष्ट कौशल, निश्कलंक डिसिप्लिन और अटूट आत्मविश्वास।

निशांत के ओलंपिक सफर की कहानी

निशांत के इस ओलंपिक सफर की कहानी भी बहुत प्रेरणादायक रही है। उन्होंने बहुत कम उम्र से ही बॉक्सिंग में दिलचस्पी दिखाई और अपनी इच्छाशक्ति और कठिन मेहनत के दम पर धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई। यह यात्रा आसान नहीं थी, लेकिन निशांत ने हर चुनौतियों का सामना करते हुए खुद को साबित किया। उनकी इस सफलता के पीछे उनके परिवार, कोच और टीम का भी महत्वपूर्ण योगदान है।

उम्मीदें और उत्साह

चूंकि निशांत देव अब क्वार्टर-फाइनल में पहुंच चुके हैं, उम्मीदें और उत्साह भी चरम पर है। पूरा भारत उनके अगले मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, और सभी को उम्मीद है कि निशांत अपनी शानदार फॉर्म और आत्मविश्वास के साथ अगला मुकाबला जीतकर सेमी-फाइनल में प्रवेश करेंगे।

निशांत की इस यात्रा ने न केवल भारतीय बॉक्सिंग के मानचित्र पर एक नया इतिहास रचा है, बल्कि उन्होंने युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

9 टिप्पणियाँ

  • Abhrajit Bhattacharjee
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Abhrajit Bhattacharjee
    17:02 अपराह्न 08/ 5/2024

    निशांत ने जो किया, वो सिर्फ जीत नहीं, एक इतिहास बना दिया। मैक्सिको के खिलाफ उसकी तेज़ जेब और जमीन पर टिके रहने का अंदाज़ देखकर लगा जैसे कोई फिल्म चल रही हो। ये बॉक्सिंग नहीं, ये आर्ट है।

  • Raj Entertainment
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Raj Entertainment
    05:54 पूर्वाह्न 08/ 6/2024

    भाई ये लड़का तो बस बन गया है न? जब तक देश में कोई बच्चा बॉक्सिंग के लिए नहीं आएगा, तब तक निशांत का नाम सुनकर लोगों को एहसास होगा कि हमारे पास भी दुनिया को हरा सकने वाले हैं।

  • Manikandan Selvaraj
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Manikandan Selvaraj
    12:44 अपराह्न 08/ 6/2024

    ये सब बकवास है भाई ये जीत भी नहीं थी ये फैसला था जो बदल दिया गया अमेरिका और भारत के बीच जो डील हुई थी उसका हिस्सा ये है बस तुम लोग नहीं जानते

  • Naman Khaneja
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Naman Khaneja
    06:11 पूर्वाह्न 08/ 8/2024

    वाह भाई वाह 😍 निशांत तू तो राजा है! बस ऐसे ही चलते रह बाप रे अब तो सेमी फाइनल तो तेरा ही हो गया 😎🔥

  • Gaurav Verma
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Gaurav Verma
    19:22 अपराह्न 08/ 9/2024

    ये जीत बहुत जल्दी खत्म हो जाएगी। अगला ऑपोनेंट नहीं बस एक बॉक्सर है, ये एक वॉर मशीन है।

  • Fatima Al-habibi
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Fatima Al-habibi
    13:06 अपराह्न 08/10/2024

    अच्छा तो अब हर एक जीत को राष्ट्रीय उपलब्धि बता दिया जाता है? जब तक बॉक्सिंग के लिए राष्ट्रीय बजट नहीं बढ़ाया जाता, ये सब बस एक शो है।

  • Nisha gupta
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Nisha gupta
    12:16 अपराह्न 08/12/2024

    इस जीत में निशांत का समर्पण तो है, लेकिन ये भी सच है कि हर एक बॉक्सर के पीछे एक ऐसा परिवार होता है जिसने अपने सपनों को दबा दिया। ये जीत उनकी भी है।

  • Roshni Angom
    के द्वारा प्रकाशित किया गया Roshni Angom
    04:55 पूर्वाह्न 08/13/2024

    क्या आपने कभी सोचा है कि जब निशांत अपनी ग्लव्स पहनता है, तो वो सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन सभी बच्चों के लिए लड़ रहा है जिनके पास खेलने का मौका नहीं? ये जीत उनके लिए एक दरवाज़ा है…

    और अगर हम इस जीत को बस एक जीत के तौर पर देखें, तो हम उस भावना को खो देंगे जो इसके पीछे छिपी है…

    ये बस एक मुकाबला नहीं है… ये एक अर्थ है…

    हर एक जोरदार जेब, हर एक बचाव, हर एक सांस… वो सब कुछ एक ऐसे देश के लिए है जहां अभी भी बहुत से लोग खेल के लिए लड़ रहे हैं…

    हमें ये जीत नहीं, इसकी गहराई को समझना चाहिए…

    क्योंकि एक बॉक्सर जब रिंग में उतरता है, तो वो सिर्फ अपने आप को नहीं, बल्कि अपने जन्मभूमि के सभी सपनों को भी लेकर उतरता है…

    और आज, निशांत ने उन सपनों को एक कदम आगे बढ़ा दिया…

    ये जीत एक जीत नहीं, ये एक उम्मीद है…

  • vicky palani
    के द्वारा प्रकाशित किया गया vicky palani
    07:08 पूर्वाह्न 08/14/2024

    अब तक जितने भी भारतीय बॉक्सर ओलंपिक्स में आए, सब बाहर हो गए। अब एक बार आ गया तो उसके आसपास जानलेवा चिल्लाहट शुरू हो गई। ये सब बस एक बड़ा धोखा है।

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