इंग्लैंड का धमाकेदार आगाज, वेस्टइंडीज के खिलाफ रिकॉर्ड स्कोर
बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर 29 मई को इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार शुरुआत की। इंग्लैंड ने 50 ओवर में 400/8 रन ठोककर पहली ही गेंद से वेस्टइंडीज को बैकफुट पर डाल दिया। यह स्कोर ना सिर्फ इंग्लैंड के लिए एक बड़ा मील का पत्थर था, बल्कि सीरीज के पहले मुकाबले में अपने दबदबे का भी ऐलान था।
नए कप्तान हैरी ब्रुक की कप्तानी का यह पहला मैच था, लेकिन मैदान पर उनके फैसलों में कहीं भी झिझक या अनुभवहीनता नहीं दिखी। उन्होंने प्लेइंग इलेवन में ऑलराउंडर बेथेल को जगह दी, जिन्होंने बॉल और बैट दोनों से कमाल किया। बेथेल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने टीम को मजबूत शुरुआत दी और बाद में गेंदबाजी में भी उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित की। उनके योगदान ने मैच को एकतरफा बना दिया।
वेस्टइंडीज का वायरल गुस्सा और इंग्लिश टीम की ओर शानदार साझेदारियां
वेस्टइंडीज की गेंदबाजी शुरू से ही कमज़ोर दिखी। इंग्लिश बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को संभलने का मौका ही नहीं दिया। बैटिंग ऑर्डर का हर बल्लेबाज आक्रमक अंदाज में खेला, जिससे मैदान पर रन बरसते दिखे। ओपनिंग से मिडिल ऑर्डर तक प्रभावशाली साझेदारियां बनीं, जिनकी वजह से टीम ने 400 का आंकड़ा छुआ।
वेस्टइंडीज के सामने 400 रनों का पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करना कभी भी आसान नहीं था। उनकी पारी की शुरुआत से ही इंग्लैंड के गेंदबाजों ने टूट कर हमला किया। पिच से मदद मिल रही थी, लेकिन इंग्लिश पेसर्स और स्पिनर्स ने स्मार्ट लाइन लैंग्थ और विविधता से कैरेबियाई बल्लेबाजों को दबाया। नतीजतन उनकी पूरी टीम महज 162 रन पर राहुल गई। फेंस और खिलाड़ियों में एजबेस्टन के माहौल में इंग्लैंड की जीत का जोश साफ झलक रहा था।
यह मुकाबला सिर्फ एकतरफा प्रदर्शन नहीं था, बल्कि इंग्लैंड की गहराई और नई कप्तानी के संयोजन की सफलता भी थी। हर ओवर, हर रन, हर विकेट में टीम वर्क साफ नजर आया। ब्रुक की कप्तानी में खिलाड़ियों की ऊर्जा कुछ अलग ही दिखी। सीरीज का अगला मुकाबला कार्डिफ और फिर लंदन में होना है, लेकिन इस विशाल जीत से इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को कड़ा संदेश दे दिया है कि सीरीज में उनकी राह आसान नहीं रहने वाली।