मई, 19 2024
शनिवार देर रात बेंगलुरु से कोच्चि जा रहे एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में टेक ऑफ के तुरंत बाद आग लगने से आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। घटना में विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। विमान में मौजूद वकील ए राजासिम्हन सहित अन्य चश्मदीद गवाहों के मुताबिक, आग देखते ही पायलट और क्रू ने तत्परता दिखाते हुए इमरजेंसी लैंडिंग कराई।
राजासिम्हन ने बताया कि टेक ऑफ के बाद विमान में एक झटका महसूस हुआ और फिर दाहिने कॉकपिट एरिया से आग की लपटें दिखाई दीं, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, केबिन क्रू ने शांत रहते हुए यात्रियों को आश्वस्त किया कि सब कुछ नियंत्रण में है और इमरजेंसी लैंडिंग प्रक्रिया के दौरान उनका मार्गदर्शन किया।
विमान रनवे पर क्रैश लैंड किया गया और केबिन क्रू ने यात्रियों को जल्द से जल्द विमान से बाहर निकालने में मदद की। हालांकि निकासी के दौरान कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं पहुंची। दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने के लिए पानी का छिड़काव किया गया। साथ ही एम्बुलेंस भी पहुंची ताकि चिकित्सा सहायता की जरूरत वाले लोगों को मदद दी जा सके। बाद में बसों के जरिए यात्रियों को एयरपोर्ट बिल्डिंग तक पहुंचाया गया।
यह घटना उस विमान में हुई जो मूल रूप से पुणे से आया था और सुबह 9:40 बजे कोच्चि के लिए रवाना होने वाला था, लेकिन देरी से 11 बजे उड़ान भरी।
विमान में फैली दहशत
जब विमान में आग लगने की खबर फैली तो यात्रियों में दहशत का माहौल था। वकील राजासिम्हन ने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि कॉकपिट एरिया से आग की लपटें देखकर लोगों में भगदड़ मच गई थी। हालांकि केबिन क्रू ने बड़ी समझदारी दिखाते हुए स्थिति को नियंत्रण में लिया और यात्रियों को शांत रहने को कहा।
एक अन्य यात्री ने बताया कि जब आग की खबर फैली तो लोग बेहद डरे हुए थे। कई महिला यात्री रोने लगी थीं। बच्चे भी डर के मारे चिल्ला रहे थे। लेकिन फ्लाइट अटेंडेंट्स ने काफी संयम दिखाया और सबको शांत करने की कोशिश की। उन्होंने यात्रियों को सीट बेल्ट बांधने और शांत रहने के निर्देश दिए।
आपातकालीन लैंडिंग की प्रक्रिया
पायलट ने आग की सूचना मिलते ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल को अलर्ट किया और आपातकालीन लैंडिंग के लिए अनुमति मांगी। एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल इसकी अनुमति देते हुए सभी तैयारियां शुरू कर दीं।
विमान को सुरक्षित लैंड कराने के लिए पायलट ने सभी जरूरी प्रोटोकॉल फॉलो किए। उन्होंने विमान की ऊंचाई कम की और रनवे की ओर मुड़ गए। वहीं केबिन क्रू ने यात्रियों को इमरजेंसी प्रक्रिया के बारे में निर्देश देना शुरू कर दिया। सभी को अपनी सीट बेल्ट कसने और पूरी तरह सीट पर बैठने को कहा गया।
जैसे ही विमान रनवे पर उतरा, पायलट ने फौरन सभी इंजन बंद कर दिए और ब्रेक लगा दिया। केबिन क्रू ने इमरजेंसी एग्जिट गेट खोलकर यात्रियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की। सबसे पहले महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकाला गया।
यात्रियों को पहुंचाई गई मदद
एयरपोर्ट पर मौजूद दमकल विभाग और मेडिकल टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यात्रियों को जरूरी सहायता मुहैया कराई। आग बुझाने के बाद विमान का निरीक्षण किया गया।
घायल यात्रियों को एम्बुलेंस के जरिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका इलाज किया गया। हालांकि अधिकतर लोगों को मामूली चोटें ही आई थीं।
वहीं बाकी यात्रियों को बसों के जरिए टर्मिनल तक लाया गया। उनके लिए खाने-पीने और आराम करने की व्यवस्था की गई। एयरलाइन के अधिकारियों ने घटना पर खेद जताते हुए यात्रियों से माफी मांगी और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
घटना की जांच के आदेश
विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इस पूरी घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आखिर विमान में आग कैसे लगी और इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता था।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था और पायलट व क्रू सदस्यों ने अपने अनुभव और प्रशिक्षण का इस्तेमाल करते हुए स्थिति को नियंत्रण में लिया। साथ ही उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और आगे भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर विमानों में आग और इससे निपटने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करती है। हालांकि इस मामले में किसी बड़े नुकसान से बच गए, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए उचित प्रशिक्षण और तैयारी जरूरी है। साथ ही विमानों की नियमित जांच और रखरखाव भी अहम है ताकि किसी भी खराबी को पहले ही पकड़ा जा सके।