बाज़ार स्टाइल रिटेल के शुरुआती सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। यह आईपीओ 29 अगस्त 2024 को खुला था और दूसरे दिन की बोलियों के अंत तक इसे 4.6 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। कंपनी ने आईपीओ के माध्यम से ₹1,200 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस सब्सक्रिप्शन की वजह से बाजार में हलचल मची गई है।
रिटेल सेक्शन की ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया
रिटेल सेगमेंट में निवेशकों की तरफ से काफी उत्साह देखा गया है। इसे 6.7 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है, जिससे यह साफ नजर आता है कि रिटेल निवेशक इसमें विशेष दिलचस्पी ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) ने इस आईपीओ में 2.5 गुना सब्सक्रिप्शन किया है। नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों की भागीदारी भी निराशाजनक नहीं रही और इस सेगमेंट ने 2.3 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट
जहां एक ओर आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, वहीं दूसरी ओर ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) में गिरावट देखी जा रही है। आईओपीओ के पहले जीएमपी ₹20 था, जो अब घटकर ₹15 रह गया है। जीएमपी में यह गिरावट निवेशकों में थोड़ा चिंता का विषय बन सकती है, क्योंकि यह किसी कंपनियों के लिए संकेत होता है कि बाजार में किस प्रकार की प्रतिक्रिया मिलने वाली है।
आईपीओ का समापन और शेयर आवंटन
बाज़ार स्टाइल रिटेल का आईपीओ 3 सितंबर 2024 को बंद होने वाला है, जिसके बाद शेयरों का आवंटन 7 सितंबर 2024 को फाइनल होने की उम्मीद है। इसके अलावा, यह भी अनुमान है कि कंपनी के शेयर 12 सितंबर 2024 को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होंगे। निवेशक बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की वेबसाइट्स या अपने संबंधित ब्रोकरेज अकाउंट्स के माध्यम से सब्सक्रिप्शन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि का उपयोग
कंपनी जुटाई गई राशि का प्रमुख रूप से ऋण चुकाने, कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग करने की योजना बना रही है। बाज़ार स्टाइल रिटेल एक रिटेल-केन्द्रित कंपनी है और इसका कारोबार विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें फैशन, ब्यूटी और होम गुड्स शामिल हैं। कंपनी के इस विस्तार ने इसे निवेशकों की नजरों में विशेष बना दिया है।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय तक निवेश के इच्छुक हैं। कंपनी का बिजनेस मॉडल और विविध पोर्टफोलियो इसे भविष्य में अच्छा रिटर्न देने वाले बनाते हैं। हालांकि, जीएमपी में गिरावट निवेशकों के लिए एक चेतावनी हो सकती है, इसलिए निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार की मौजूदा परिस्थितियों का अवलोकन करना अत्यंत आवश्यक है।
जब आईपीओ बंद होगा और शेयर आवंटित होंगे, तब बाजार की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी। निवेशकों को हमेशा की तरह सतर्क रहना चाहिए और अच्छी तरह से सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।
ये आईपीओ तो बस रिटेल निवेशकों का जश्न है। 6.7x सब्सक्रिप्शन? भाई ये तो बाजार में फैशन और ब्यूटी के निवेश का नया युग शुरू हो रहा है। मैंने भी थोड़ा डाल दिया है। अब बस देखना है कि लिस्टिंग पर क्या होता है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम गिरा तो बस बंद हो गया जाने का रास्ता ये आईपीओ फेल होने वाला है बस रिटेल लोग भर रहे हैं और QIBs दूर रह रहे हैं ये ट्रेडिंग है या फिर फेक डिमांड बनाने की कोशिश
अरे भाई ये तो बहुत अच्छा हो रहा है 😊 रिटेल निवेशकों का इतना जोश देखकर लगता है कि भारत का भविष्य है यहीं। थोड़ा जीएमपी गिरा तो क्या हुआ बड़ा मायने नहीं रखता। धैर्य रखो और लंबे समय के लिए देखो। अच्छा रिटर्न जरूर मिलेगा 💪
जीएमपी गिरा है। ये सब जोश झूठा है। बड़े लोग अभी तक नहीं आए। ये आईपीओ फेल होगा। तुम सब बेवकूफ बन रहे हो।
अच्छा है कि रिटेल सेगमेंट में इतनी भागीदारी है। लेकिन क्या कंपनी के फाइनेंशियल्स का विश्लेषण किया गया है? या फिर सिर्फ ब्रांड के नाम पर निवेश हो रहा है?
इस आईपीओ का असली टेस्ट तो लिस्टिंग के बाद होगा। अभी तो सब कुछ एक बड़े उत्साह का झूठा चित्र है। निवेश एक विज्ञान है न कि एक भावना।
ये जीएमपी गिरावट तो बहुत छोटी बात है... असली बात तो ये है कि एक रिटेल-केंद्रित कंपनी ने इतने लोगों को एक साथ ला लिया। ये भारत के नए उद्यम की कहानी है। थोड़ी चिंता तो होगी, लेकिन इस तरह के बिजनेस मॉडल्स को बढ़ावा देना चाहिए। ये शायद अगले दशक का आईपीओ बन जाएगा।
कंपनी के फाइनेंशियल्स को देखो। ऋण चुकाने के लिए पैसा चाहिए? तो ये तो बस डेब्ट रिफाइनेंसिंग है। निवेशकों को फेक ग्रोथ दिखाने की कोशिश है। ये आईपीओ एक बड़ा धोखा है।
इसका बिजनेस मॉडल फैशन और होम गुड्स के ओमनीचैनल अप्रोच पर आधारित है। इसमें कार्यशील पूंजी की आवश्यकता ज्यादा है और जीएमपी गिरावट बस एक शॉर्ट-टर्म वॉलेटिलिटी है। लॉन्ग-टर्म फंडामेंटल्स तो स्ट्रॉन्ग हैं।
मैंने भी डाला था... अब डर लग रहा है।
जीएमपी गिरा है तो आईपीओ फेल हो गया। बस रिटेल लोग भर रहे हैं। ये सब बकवास है।