आज का पंचांग: 4 अगस्त 2024 - रविवार के शुभ समय, तिथि, दिशा शूल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

आज का पंचांग: 4 अगस्त 2024 - रविवार के शुभ समय, तिथि, दिशा शूल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

अग॰, 4 2024

आज का पंचांग: 4 अगस्त 2024

हिंदू धर्म में पंचांग का महत्वपूर्ण स्थान है। यह न केवल दिन-प्रतिदिन की धार्मिक गतिविधियों को निर्धारित करता है, बल्कि यह भी बताता है कि किन समयों में कौन से कार्य शुभ माने जाते हैं और कौन से अमान्य। आज का दिन, 4 अगस्त 2024, रविवार है। यह दिन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में आता है।

तिथि

आज की तिथि द्वादशी है, जो आज रात 12:34 AM तक प्रभावी रहेगी। द्वादशी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन व्रत रखने और धार्मिक कार्यों में संलग्न होने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।

नक्षत्र

आज का नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी है, जो सुबह 06:35 AM से कल सुबह 07:12 AM तक रहेगा। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के दौरान किए गए कार्यों में सफलता मिलती है, खासकर विवाह और नए कार्यारंभ में।

योग और करण

आज का योग गंड है और करण किंतुघ्न है। गंड योग इसे विशेष रूप से शुभ बनाता है, विशेषतः उन कार्यों के लिए जो नयी शुरुआत और निवेश से संबंधित होते हैं।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज सूरज सुबह 05:59 AM पर उदित होगा और शाम 07:07 PM पर अस्त होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त का समय हमारी दिनचर्या पर गहरा प्रभाव डालता है, तथा कई धार्मिक कर्मकांड भी इन समयों पर आधारित होते हैं।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज चंद्रमा रात को 10:23 PM पर उदित होगा और कल सुबह 09:47 AM पर अस्त होगा। चंद्रमा के उदय और अस्त का समय उन व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो चंद्रमा के आधार पर धार्मिक अनुष्ठान और उपाय करते हैं।

महत्वपूर्ण मुहूर्त

आज के दिन कोई अभिजीत मुहूर्त या अमृत काल नहीं है। हालांकि, ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:29 AM से 48 मिनट तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान, पूजा-पाठ और योग करने से मन की शांति और आध्यात्मिक उन्नति होती है।

राहुकाल और गुलिक काल

आज का राहुकाल सुबह 09:30 AM से 11:00 AM तक है और गुलिक काल सुबह 06:00 AM से 07:30 AM तक है। इस दौरान किसी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि यह समय अशुभ माने जाते हैं।

दिशा शूल

आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में है। इस दिशा में कोई भी यात्रा या महत्वपूर्ण कार्य करने से बचना चाहिए। अगर यात्रा अनिवार्य हो, तो उस दिशा में गुड़ खाकर निकलने से इसके नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।

इन्हें ध्यान में रखते हुए अपने दिन की योजना बनाएं

शास्त्रों के अनुसार शुभ-अशुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए अपनी दिनचर्या का निर्धारण करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल हमारे कार्य सफल होते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। आज के दिन कौन से कार्य करने से लाभ होगा और किन कार्यों से नुकसान, इन्हें सही ढंग से समझकर ही आपको अपने दिन की योजना बनानी चाहिए।

आशा है यह जानकारी आपके लिए लाभदायक रहेगी। सभी को शुभ दिन की शुभकामनाएं!

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